न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): गणतंत्र दिवस 2022 (Republic Day) के मौके पर हमने भारतीय संविधान और इसे लिखने की प्रक्रिया के बारे में दिलचस्प बातों की एक लिस्ट तैयार की है। तो आइये जाने इन दिलचस्प बातों को।
– हिंदी और अंग्रेजी में संविधान की सिर्फ दो मूल हस्तलिखित प्रतियां हैं। इन प्रतियों को संसद में हीलियम से भरे सुरक्षित केसिस (Helium Filled Cases) में रखा गया है।
-संविधान लिखना एक बहुत बड़ा काम था और इस काम को पूरा करने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिनों दिन लगे।
– भारतीय संविधान में 444 अनुच्छेदों को 22 भागों और 12 अनुसूचियों में बांटा गया है।
-राजपथ जिसे पहले किंग्सवे के नाम से जाना जाता था। 26 जनवरी 1955 से ये गणतंत्र दिवस परेड की स्थायी जगह बन गया।
– पहली गणतंत्र दिवस परेड 26 जनवरी 1950 को हुई थी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति डॉ सुकर्णो मुख्य अतिथि थे।
-गणतंत्र दिवस परेड राष्ट्रपति के आगमन के साथ शुरू होती है और उनके घुड़सवार अंगरक्षक पहले राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देते हैं।
– गणतंत्र दिवस पर बंदूक की सलामी राष्ट्रगान के समय के साथ मेल खाती है, शुरुआत में पहली फायरिंग और 52 वें सेकंड में आखिरी फायरिंग दाईं ओर की जाती है।
– फ्लाईपास्ट (Fly Past) में हिस्सा लेने वाले प्लैन अलग अलग जगहों से उड़ान भरते है और तय़शुदा वक्त पर ही राजपथ के आसमान पर पहुंचते हैं। इसके लिये बहुत आला दर्जें के कॉर्डिनेशन की दरकार होती है।
– हमारा संविधान जिसे 1950 में अपनाया गया था, ने ब्रिटिश औपनिवेशिक भारत सरकार अधिनियम (1935) की जगह ली।
– गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) के दौरान दिखाई गयी झांकी लगभग 5 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती है।
– भारतीय संविधान की मूल हस्तलिखित प्रतियों (Original handwritten copies of Indian Constitution) पर 24 जनवरी 1950 को विधानसभा के 308 सदस्यों द्वारा हस्ताक्षर किये गये थे।
– गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले सेना के प्रत्येक जवान को जांच के चार स्तरों से गुजरना पड़ता है।