न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): Presidential Elections: द्रौपदी मुर्मू को भारत की नयी राष्ट्रपति के तौर पर चुन लिया गया है। वो इस हफ़्ते के आखिर में शपथ लेंगी। चुनाव की मतगणना शुक्रवार (22 जुलाई 2022) को पूरी हुई। एनडीए के उम्मीदवार मुर्मू (Draupadi Murmu) को 64 फीसदी वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा को सिर्फ 36 प्रतिशत वोट मिले। चौंकाने वाली बात ये है कि कई विपक्षी सांसदों और विधायकों ने आदिवासी मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की।
यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) जिन्होंने मुखर राष्ट्रपति के चुनाव का आह्वान किया था, उन्हें आंध्र प्रदेश, नागालैंड और सिक्किम (Andhra Pradesh, Nagaland and Sikkim) के विधायकों से कोई वोट नहीं मिला। यानि मुर्मू को इन राज्यों में सभी वोट मिले। आंध्र के 173 विधायकों, नागालैंड के 59 विधायकों और सिक्किम के 32 विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। इस बीच मुर्मू को कांग्रेस-वामदल वाले राज्य केरल (Kerala) समेत सभी राज्यों में वोट मिले। उन्हें तटीय राज्य में एक वोट मिला।
पूर्व आईएएस अधिकारी और केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उनके गृह राज्य झारखंड (Jharkhand) में सिर्फ 9 विधायकों का समर्थन मिला। ओडिशा में मुर्मू को राज्य के 147 वोटों में से 137 वोट मिले।
हालांकि उन्हें रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) से कम वोट मिले, जिन्हें 65.65 प्रतिशत वोट मिले थे। मुर्मू का सटीक वोट प्रतिशत 64.03 प्रतिशत रहा। यशवंत सिन्हा को हालांकि पिछली राष्ट्रपति पद की यूपीए प्रत्याशी मीरा कुमार (Meera Kumar) से ज्यादा वोट मिले। पहले चरण की मतगणना में मुर्मू को 378000 वोट मिले। दूसरे में उन्हें 809 विधायकों के वोट मिले। तीसरे और अंतिम चरण में उन्हें 2,161 वोट मिले।
भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति मुर्मू होंगी। उनसे पहले सिर्फ एक महिला राष्ट्रपति थीं – प्रतिभा पाटिल (Pratibha Patil)। इससे पहले मुर्मू झारखंड के राज्यपाल था। साथ ही वो ओडिशा भाजपा (Odisha BJP) की नेता थीं।