इस्राइल में Iran पर लगाया साइबर हमले का आरोप, चेतावनी सायरन हुआ हैक

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): इजराइल ने बीते सोमवार (20 जून 2022) को ईरान (Iran) पर आरोप लगाया कि बीते दिन हुए साइबर हमले के पीछे तेहरान (Tehran) सीधे तौर पर जिम्मेदार है। बता दे कि इस साइबर हमले की वज़ह से यरूशलेम (Jerusalem) में रॉकेट हमले के झूठे चेतावनी सायरन एक्टिव हुए। इस बात का खुलासा इजराइली सरकार के मालिकाना हक़ वाले कान टीवी समाचार ने किया।

कान टीवी के मुताबिक इजराइल नेशनल साइबर डायरेक्टोरेट (Israel National Cyber Directorate) का मानना ​​है कि, यरुशलम और दक्षिणी इजरायल के रिसॉर्ट शहर इलियट (Elliot) में रविवार (19 जून 2022) शाम को लगभग एक घंटे तक हवाई हमले के सायरन सुनायी दिये गये, ये सायरन ईरान द्वारा किये गये साइबर हमले का नतीज़ा है। झूठे चेतावनी सायरन एक्टिव होने के पीछे ईरान सरकार द्वारा समर्थित हैकरों का हाथ है। इसकी वज़ह कई वायु रक्षा प्रणालियों को मौके पर अलर्ट कर दिया गया।

रविवार रात जारी बयान में इस्राइली सेना (Israeli Army) ने कहा कि सायरन अलार्म झूठे थे और इस मुद्दे की जांच की जा रही है। बाद में स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि हैक किये गये सायरन होम फ्रंट कमांड सिस्टम (Home Front Command System) का हिस्सा नहीं हैं। होम फ्रंट कमांड ने अपने अलग बयान में कहा कि स्थानीय अधिकारियों को खतरे के खिलाफ एहतियाती उपाय करने का निर्देश दिया गया था।

आर्मी रेडियो पर घटना पर टिप्पणी करते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसद और सेना के पूर्व उप प्रमुख यायर गोलान (Yair Golan) ने कहा कि इजरायली सुरक्षा एजेंसियां ​​साइबर हमले का इस्तेमाल करके देश में नागरिक प्रणालियों पर हमला करने की ईरानी कोशिशों के खिलाफ खुद को तैयार कर रही हैं। फिलहाल ईरान ने अभी तक इजरायल के आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया है।

बता दे कि इज़राइल और ईरान छद्म युद्ध (Proxy War) में लगे हुए हैं, जिसके तहत इज़राइल ने सीरिया (Syria) में ईरानी ठिकानों पर कई हवाई हमले किये हैं जबकि ईरान ने कथित तौर पर खाड़ी में इज़राइल से जुड़े जहाजों को निशाना बनाया।

गौरतलब है कि बीते 13 जून को इज़राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद काउंटर-टेररिज्म ब्यूरो (National Security Council Counter-Terrorism Bureau) ने इस्तांबुल (Istanbul) के लिये “लेवल 4” यात्रा चेतावनी जारी की। जिसके पीछे ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (Islamic Revolutionary Guards Corps) कर्नल हसन सैय्यद खोदेई की हत्या को कारण बताया गया। तेहरान का मानना है कि 22 मई को कर्नल हसन सैय्यद खोदेई (Colonel Hasan Syed Khodei) की हत्या कथित तौर पर इस्राइली सुरक्षा बलों ने की थी। इसी वज़ह से तेल अवीव (Tel Aviv) ने अपने नागारिकों को तुर्की (Turkey) के लिये लेवल-4 ट्रेवल चेतावनी जारी की थी। इस्राइल का मानना था कि ईरान बदला लेने के लिये उनके नागारिकों और सुरक्षा बलों को निशाना बना सकता है।

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