एजेंसियां/ न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): बीते करीब आधे दशकों से सऊदी अरब (UAE) और ईरान के रिश्तों के बीच काफी तल्ख़ियां देखी गयी। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों मुल्कों के तालुक्कात जल्द ही बेहतर होंगे। जिसके साफ संकेत अब मिलने लगे हैं। ईरान की मिनिस्ट्री आफ एक्सटर्नल अफेयर्स के मुताबिक इराक की अगुवाई और मध्यस्थता में ईरान, सऊदी अरब के साथ बातचीत की मेज पर आने के लिये पूरी तरह तैयार है।
गौरतलब है कि बीते दिनों अंतर्राष्ट्रीय मीडिया जगत में ये खबर काफी चर्चा में छायी रही थी कि, दोनों देशों में तनाव कम करने को लेकर काफी सकारात्मक संकेत (Positive sign) दिये हैं। इराक लगातार दोनों देशों के बीच तनाव कम कराने की कवायद में लगा हुआ है। हालांकि ईरानी मीडिया सीधे तौर पर ऐसी खबरों की पुष्टि करने से बचता दिखा। अगर ऐसा संभव हो जाता है तो मध्य पूर्वी एशिया में सामरिक और राजनयिक तनाव कुछ हद तक कम हो सकेगा।
ईरान के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता सईद खातिबजादेह के मुताबिक इस तरह की खबरों, कयासों और चर्चाओं पर फिलहाल किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती है। दोनों ही मुल्क (ईरान और इराक) शांति, भाईचारे और आवाम की बेहतरी के लिये सऊदी अरब के साथ बातचीत की मेज पर आने के लिए तैयार हैं। इससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता आयेगी।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया एजेंसी रॉयटर्स (International Media Agency Reuters) के मुताबिक इराकी प्रधानमंत्री की अगुवाई में ईरान और सऊदी अरब के प्रतिनिधियों के बीच बैठक करवाई गई थी। इराकी प्रधानमंत्री पिछले महीने के दौरान सऊदी अरब की आधिकारिक यात्रा पर गये थे। उनके द्वारा आयोजित करवायी गयी, बैठक का अहम एजेंडा यमन में स्थिरता और शांति से जुड़ा हुआ था। जहां सऊदी अरब की अगुवाई वाली गठबंधन सेना और ईरान के समर्थन वाले हूती विद्रोहियों के बीच लगातार सशस्त्र सैन्य संघर्ष चल रहा है।
इस खबर की पुष्टि ईरान में तैनात इराक के राजनयिक इराज मसजीदी ने की। उन्होंने अपने बयान में कहां कि, सऊदी अरब से तालुक्कात अच्छे करने के लिए इराक की मध्यस्थता का स्वागत किया जाना चाहिये। फिलहाल सऊदी अरब की ओर से किसी भी तरह से इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। इराक अपनी इस मुहिम को पुरजोर अंज़ाम देने की कोशिश में लगा हुआ है।