एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): दोनों पक्षों के संबंध सामान्य होने के तीन साल बाद इजराइल (Israel) ने आधिकारिक तौर पर बीते सोमवार (4 सितम्बर 2023) को बहरीन में अपना दूतावास खोला और वाशिंगटन (Washington) ने इसी तरह की कवायद के लिये रियाद पर खासा दबाव डाला जो कि इस इलाके में इजराइल की सबसे बड़ी कूटनीतिक जीत होगी। इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन (Eli Cohen) ने बहरीन की यात्रा के दौरान राजनयिक मिशन के उद्घाटन के लिये आधिकारिक समारोह में हिस्सा लिया जिसमें कारोबारियों और सरकारी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी शामिल था।
कोहेन ने समारोह के दौरान कहा कि, “(बहरीन) विदेश मंत्री और मैं इस बात पर सहमत हुए कि हमें सीधी उड़ानों की तादाद, पर्यटन, व्यापार, निवेश बढ़ाने के लिये मिलकर काम करना चाहिए।”
बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल्लातिफ अल ज़यानी (Abdullatif Al Zayani) ने कहा कि-“दूतावास का उद्घाटन हमारे इलाके के सभी लोगों के लिये सुरक्षा और समृद्धि के लिये हमारी साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है”।
बहरीन और इज़राइल के बीच सामान्यीकरण समझौता समझौतों के एक लंबे सिलसिले का हिस्सा है, जिसे अब्राहम समझौते के तौर पर जाना जाता है, जिस पर संयुक्त अरब अमीरात, मोरक्को और सूडान (Morocco and Sudan) के साथ भी हस्ताक्षर किये गये थे।
बहरीन (Bahrain) में इजरायली दूतावास का उद्घाटन ऐसे वक्त में हुआ जब संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) अपने पारंपरिक सहयोगी रियाद (Riyadh) पर मुस्लिम ताकत और इस्लाम के सबसे पवित्र मस्जिदों के मुल्क सऊदी अरब (Saudi Arab) पर भी इसी तरह के समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिये दबाव डाल रहा है।
हालांकि रियाद ने अब तक अमेरिकी दबाव का विरोध किया है और इस कदम को दूसरी मांगों के साथ-साथ इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के दो मुल्कों के बीच समाधान के हिस्से के रूप में फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण से जोड़ा है।