एजेंसियां/न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): इस्राइल और फिलिस्तीन के बीच छिड़े संघर्ष (Israel-Palestine Clash) के कारण अब तक गाजा पट्टी में 17 बच्चों और सात महिलाओं 83 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। दोनों ओर से जारी हमले के बीच अब 500 से ज़्यादा लोग बुरी तरह जख़्मी हो गये है। इस्राइल डिफेंस फोर्स की इंटीग्रेटिड कमांड (IDF) ने सिलसिलेवार एयर स्ट्राइक में करीब 10 हमास के शीर्ष कमांडरों को मार गिराया। इसी हमले के तहत आईडीएफ ने हमास के दो टावरों को भी बड़े हमले में जमींदोज कर दिया।
इस दौरान हमास ने ने दावा किया कि उन्होंने इजरायल के हवाई हमले के जवाब में इस्राइल के कई इलाकों में 130 से ज़्यादा रॉकेट हमले किये। इन हमलों में हमास ने गाजा सिटी में अल-शौरक टॉवर को तबाह कर दिया। जो इस हफ़्ते हवाई हमले में तबाह होने वाली तीसरी बड़ा इमारत है। इस इमारत से हमास टीवी चैनल अल-अक्सा को चलाता था। इज़राइली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि आईडीएफ ने गाजा में हमास के कई वरिष्ठ अधिकारियों को मार गिराया और कई मिसाइल लॉन्चिंग साइटों/बैट्रियों (Missile launching sites / batteries) को भी निशाना बनाया। हमास ने एक वरिष्ठ कमांडर की पुष्टि की और कई अन्य नेताओं की मौत पर अधिकारिक मुहर लगायी।
इस बीच इजरायल के कई शहरों में यहूदी इजरायलियों और फिलिस्तीनी नागरिकों के बीच हिंसक टकराव की खबरें भी सामने आई हैं। इसी क्रम एकर में एक यहूदी व्यक्ति पर अरब मूल के लोगों ने हमला किया। दूसरी ओर बैट याम में यहूदी भीड़ ने एक फिलिस्तीनी को कार से निकालकर उसकी बुरी तरह पिटाई की। पूर्वी यरुशलम में इजरायल-फिलिस्तीनी के बीच बीते सोमवार को तनाव चरम पर देखा गया। इस हिंसक झड़पों का खात्मा मुस्लिमों और यहूदियों के पवित्र स्थान पर हुआ।
इस्राइल को मिला अमेरिकी समर्थन
इजरायली बलों और हमास के आतंकवादियों के बीच तनाव बढ़ने पर पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने बुधवार को फिलिस्तीन के साथ एकजुट होने बात कही। जहां मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन (Antony j blinken) ने इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर गाजा में हमास के रॉकेट हमलों से खुद को बचाने के इजरायल के अधिकार को अमेरिकी समर्थन दिया।