एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): इजरायल की सेना (Israel Army) के मुताबिक उनकी वायु सेना ने बुधवार (16 जून 2021) को घेराबंदी वाले एन्क्लेव में जमकर हवाई हमले किये। ये कार्रवाई उस वक़्त की गयी, जब फिलिस्तीनियों (Palestinians) द्वारा दक्षिणी इजरायल में आग लगाने के मकसद से गुब्बारे भेजे गये थे।
पिछले महीने इस्राइल और हमास के बीच 11 दिनों संघर्ष चला। संघर्ष की समाप्ति के बाद से संघर्ष विराम उल्लंघन की ये पहली घटना है। हाल ही में इजरायल में नयी सरकार वजूद में आयी है। माना जा रहा है कि ये नयी सरकार के आने की धमक है।
इससे पहले इजरायली राष्ट्रवादियों द्वारा मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में मार्च निकाला गया। जिसमें गाजा में सत्तारूढ़ आतंकवादी समूह हमास पर कड़ी कार्रवाई करने के बात कही गयी थी। न्यूज संस्थान अल जज़ीरा ने बताया कि इजरायली सेना ने कहा कि उसने हमास के परिसरों (Hamas campuses) पर हमला किया। इजरायली सेना सभी तरह के हालातों के लिये तैयार है। जिसके तहत गाजा से जारी आतंकवादी हरकतों के बीच नये सिरे से लड़ाई शुरू करना खासतौर शामिल है।
रूसी समाचार एजेंसी स्पूतनिक के मुताबिक गाजा के शहरी इलाके में और फिलिस्तीनी एन्क्लेव के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में खान यूनिस शहर पर निशान साधकर इस्राइली मिसाइलों ने कहर बरपाया। इससे पहले इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि सीमा के पास इजरायली बस्तियों की दिशा में गाजा पट्टी की ओर से विस्फोटकों के साथ गुब्बारे छोड़े गये। जिसके बाद इस्राइली सुरक्षा बलों (IDF) ने ज़वाबी कार्रवाई को अंज़ाम दिया। गौरतलब है कि 21 मई को इज़राइल और गाजा पट्टी के बीच युद्धविराम लागू किया गया था।
11 दिनों के Israel और Palestine के संघर्ष के बीच मारे गये इतने लोग
इज़राइल और हमास के बीच चली 11 दिनों की लड़ाई के दौरान दोनों पक्षों की ओर से सैकड़ों रॉकेट लॉन्च किये गये। हमास द्वारा चलाये जा रहे गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 11 दिनों तक चली लड़ाई के दौरान 253 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गये जिसमें 66 बच्चे शामिल थे। 5 साल के बच्चे और एक सैनिक सहित 13 इजरायली नागरिक मारे गये थे।