एजेसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): इजराइल (Israel) ने हाल ही में कहा कि उसने गाजा के साथ लगी एक अहम क्रॉसिंग को फिलिस्तीनी मजदूरों के लिये गुरुवार (28 सितंबर 2023) को फिर से खोल दिया, जिसे हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान बंद कर दिया गया था। खास बात ये कि इसी क्रॉसिंग के पास बनी सैन्य चौकियों से इस्राइली सेना ने हमास की सैन्य चौकियों को निशाना बनाकर हमले किये थे।
इजरायली अधिकारियों ने शुरू में 15 सितंबर को यहूदी नव वर्ष की छुट्टियों के लिये गाजा पट्टी से फिलिस्तीनी पैदल मुसाफिरों के लिये एकमात्र प्रवेश द्वार इरेज़ क्रॉसिंग (Erez crossing) को बंद कर दिया था। लेकिन उन्होंने सीमा पर रोजाना होने वाले प्रदर्शनों के बाद सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए बंद को बढ़ा दिया, जिसमें इजरायली सैनिकों के साथ हुई हथियारबंद झड़पों में कई प्रदर्शनकारी मारे गये और घायल हो गये। जिसके बाद इलाज़ के लिये रोगियों और विदेशियों को क्रॉसिंग का इस्तेमाल करने की मंजूरी दी गयी थी। साथ ही तटीय इलाके के हजारों फिलिस्तीनी मजदूरों को इज़राइल में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
बुधवार (27 सितंबर 2023) शाम को फिलीस्तीनी नागरिक मामलों के लिये ज़वाबदेह इजरायली रक्षा निकाय सीओजीएटी ने कहा कि क्रॉसिंग गुरुवार सुबह से मजदूरों के लिये फिर से खुल जायेगी। फिलिस्तीनी नागरिक मामलों के मंत्रालय ने पुष्टि की कि क्रॉसिंग फिर से खुल गयी है। इस दौरान हजारों फिलिस्तीनियों को इजरायल में घुसने के लिये टर्मिनल पर इंतजार करते देखा।
बता दे कि COGAT ने पिछले हफ्ते कहा था कि इज़राइल ने लगभग 18,500 गाज़ावासियों को वर्क परमिट जारी किये हैं। करीब 23 लाख फिलिस्तीनियों का घर गाजा पट्टी (Gaza Strip) पिछले दो हफ्तों में हिंसक विरोध प्रदर्शनों से थर्रा उठा है। फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने इज़रायली सैनिकों पर टायर जलाने, पत्थर और पेट्रोल बम फेंकने का सहारा लिया था, जवाब में इस्राइली सेना ने आंसू गैस और गोलियां दागी थी।
इज़रायली सेना ने इस्लामी कट्टरपंथी समूह हमास (Islamic Fundamentalist Group Hamas) के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमलों का भी सहारा लिया था, जो इस इलाके को अपने नियंत्रण में रखता है। हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 13 सितंबर से गाजा में हुई हिंसा में सात फिलिस्तीनी मारे गये और 100 से ज्यादा घायल हुए।
साल 2007 में हमास की ओर से फ़िलिस्तीनी इलाके पर कब्ज़ा करने के बाद से इज़राइल ने गाजा पर हवाई, ज़मीन और समुद्री नाकाबंदी लगा दी है। गाजा पट्टी में इज़राइल और आतंकवादियों के बीच छिटपुट तौर पर सशस्त्र संघर्ष छिड़ जाता है।
इसी साल मई महीने में इजरायली हवाई हमलों और गाजा रॉकेट हमले के चलते 34 फिलिस्तीनियों और एक इजरायली नागारिक की मौत हो गयी थी।