न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): J&K: पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ भारत और चीन के बीच सीमा गतिरोध के बीच भारतीय सेना ने लद्दाख सेक्टर (Ladakh Sector) में अग्रिम इलाकों में पहली K9-वज्र ऑटोमैटिक हॉवित्जर रेजिमेंट को तैनात किया है। इसी मुद्दे पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने के-9 की परफॉर्मेंस को लेकर कहा कि, ये के-9 ऑटोमैटिक हॉवित्जर रेजिमेंट (Howitzer Regiment) उच्च ऊंचाई वाले इलाको में भी काम कर सकती हैं, फील्ड परीक्षण (Field Test) ये बेहद सफल रही। हमने अब एक पूरी रेजिमेंट जोड़ ली है, ये असल में मददगार होगा।”
जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने आगे कहा कि चीनी सैनिक हमारे पूर्वी कमान तक पूरे पूर्वी लद्दाख और उत्तरी मोर्चे पर काफी संख्या में तैनात हैं। निश्चित रूप से अग्रिम चौकी (Forward Post) वाले इलाकों में उनकी तैनाती में इज़ाफा हुआ है जो हमारे लिए चिंता का सब़ब बना हुआ है। गौरतलब है कि के-9 वज्र स्व-चालित तोपखाने (Self Propelled Artillery) की हॉवित्जर तोपें लगभग 50 किमी की दूरी पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकती हैं।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लेह शहर में थे, जहां महात्मा गांधी की 152वीं जयंती के मौके पर 2 अक्टूबर को दुनिया के सबसे बड़े खादी से बने राष्ट्रीय ध्वज को लगाया गया।