न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) ने बीते मंगलवार (18 अक्टूबर 2022) को शोपियां (Shopian) में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के आतंकी को हिरासत में लिया। पुलिस के मुताबिक पकड़े गये आंतकी ने ही उत्तर प्रदेश के कन्नौज के दो मजदूरों को ग्रेनेड हमले में कथित रूप से मार डाला। पुलिस ने आज (19 अक्टूबर 2022) कहा कि लश्कर-ए-तैयबा का “हाइब्रिड आतंकवादी” जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान में मारा गया है।
कश्मीर जोन पुलिस ने आज एक ट्वीट में कहा, “गिरफ्तार हाइब्रिड आतंकवादी (Hybrid terrorist) से मिली जानकारी की बुनियाद पर पुलिस और सुरक्षा बलों ने लगातार छापेमारी की, इसी क्रम में शोपियां के नौगाम (Nowgam) में आतंकवादियों और स्पेशल फोर्सेस का आमना-सामना हो गया, इस दौरान हुई गोलीबारी के दौरान हाइब्रिड आतंकवादी इमरान बशीर गनी और एक अन्य आंतकी गोलीबारी में मारा गया।
पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ स्थल से भारी हथियार और गोला-बारूद समेत अन्य आपत्तिजनक सामान भी बरामद किया है। पुलिस ने कहा कि तलाशी अभियान अभी भी जारी है। बता दे कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज क्षेत्र के दो मजदूरों की मंगलवार तड़के शोपियां के हरमैन इलाके में ग्रेनेड हमले (Grenade Attack) में मौत हो गयी थी। पुलिस ने घटना में शामिल होने के आरोप में आंतकी गनी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि “हाइब्रिड आतंकवादी” वो लोग होते है, जिनका सुरक्षा बलों और पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं होता है। ये लोग आम लोगों में घुले मिले होते है। लोगों के बीच बेहद साधारण तरीके से रहते है, पर अंदर ही अंदर ये लोग कट्टरपंथी होते है। आकाओं का ऑर्डर मिलने पर ये लोग आतंकी हमले करते है, बिना कोई निशान छोड़े अक्सर ये लोग अपने नियमित दिनचर्या में वापस आ जाते हैं। काफी हद तक इन्हें स्लीपर सेल (Sleeper Cell) भी कहा जा सकता है।