पत्रकार Sulabh Shrivastava की मौत हत्या या हादसा?, क्या है प्रतापगढ़ पुलिस की भूमिका?

न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): कल (13 जून 2021) देर पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव (Sulabh Shrivastava) की मौत के खब़र सामने आयी। प्रतापगढ़ जिला पुलिस के मुताबिक सुलभ देर रात 11 बजे थानाक्षेत्र लालगंज जनपद प्रतापगढ़ से रिपोर्टिंग करके लौट रहे थे। थानाक्षेत्र कोतवाली नगर के सुखपाल नगर, कटरा चांद ईट भट्टा के पास सड़क के किनारे पोल और हैड पम्प से टकराकर वो मोटर साइकिल से गिर पड़े। जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों में उन्हें मृत घोषित कर दिया। ये थी पुलिस की थ्योरी।

इस घटना की सिलसिलेवार कड़ियों को जोड़ा जाये तो मामले की तस्वीर काफी हद तक साफ हो जायेगी कि, ये घटना हत्या थी या हादसा। कहानी शुरू होती है, 23 जनवरी 2021 से। उस दौरान प्रतापगढ़ जिले में एक्साइज डिपार्टमेंट, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन ने बड़े पैमाने पर अवैध शराब माफिया के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई की थी। इस संयुक्त कार्रवाई को आईजी जोन प्रयागराज कवींद्र प्रताप सिंह और अपर महानिदेशक प्रेम प्रकाश के निर्देशन में अंज़ाम दिया गया। जिसके तहत एसपी आकाश तोमर ने अवैध शराब माफ़ियाओं पर कानूनी शिकंजा कसा।

Journalist Sulabh Shrivastavas Death 03

इसी क्रम में कुंडा सर्किल में हथिगवां कोतवाली क्षेत्र के तहत नौबस्ता में गंगा नदी के किनारे अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड हुआ। इस मौके पर आईजी जोन प्रयागराज कवींद्र प्रताप सिंह और एसपी आकाश तोमर ने भारी पुलिस फोर्स के साथ गौशाला की आड़ में चल रही शराब की फैक्ट्री पर बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान आईजी जोन प्रयागराज (IG Zone Prayagraj) कवींद्र प्रताप सिंह ने मीडिया को बताया कि संजय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू की है। जिसकी धरपकड़ के लिये प्रतापगढ़ पुलिस तेजी से काम कर रही है। इस पूरे घटनाक्रम को पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव काफी करीब से कवर कर रहे थे।

इसी बीच प्रतापगढ़ पुलिस ने बगैर वाज़िब कार्रवाई किये। सुधकर सिंह को संजय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू का साथी बताते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। जो कि राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी है साथ स्पोटर्स कोटे से उत्तर रेलवे में नौकरी करते है। इस बात को साबित करने के लिये प्रतापगढ़ की कुंडा सर्किल पुलिस (Kunda Circle Police) ने एडीजी प्रेम प्रकाश को बरगलाकर सुधकर सिंह की गिरफ्तारी को सही बताया। पुख़्ता तौर पर माना जा रहा है कि संजय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू को राजनीतिक संरक्षण हासिल है। जिसका इस्तेमाल कर उसने कुंडा सर्किल पुलिस प्रभावित किया और सुधकर सिंह को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया।

ऐसे रची गयी पत्रकार Sulabh Shrivastava के मौत की साज़िश

अभी तक इस पूरे मामले में पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की भूमिका इतनी रही कि, उन्होनें तथ्यों के आधार पर रिपोर्टिंग करते हुए पूरे मामले को सही तरीके से मीडिया के द्वारा जनता तक पहुँचाया। इस प्रकरण के बाद से वो माफ़ियाओं के निशाने पर आ गये। आये दिन उन्हें फोन पर ख़बर ना चलाने की धमकी दी जाती रही।

जिससे परेशान होकर उन्होनें इसी महीने 12 जून को अपनी जान का खतरा बताते हुए एसपी प्रतापगढ़ को अपनी और परिवार की जान को खतरा बताया। उन्होनें लिखा कि उनका लगातार पीछा किया जा रहा है। इसलिये उन्हें और उनके परिवार पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवायी जाये।

ठीक अगले दिन 13 जून को सुलभ श्रीवास्तव कोतवाली क्षेत्र लालगंज से किसी गांव में गैर कानूनी असलहा फैक्ट्री से जुड़ी खब़र का कवरेज करने गये थे। जहां लौटते हुए वो कथित तौर पर हादसा या यूं कहे हत्या का शिकार हो गये। उनकी पत्नी रेणुका श्रीवास्तव की लिखित तहरीर पर एफआईआर संख्या 0499 के तहत आईपीसी की धारा 302 और 506 का मामला दर्ज कर लिया गया।

Journalist Sulabh Shrivastavas Death 02 1

इंस्पेक्टर रविन्द्र नाथ राय को इस मामले में जांच अधिकारी बनाया गया है। जब ट्रैडीं न्यूज ने उनसे बात करनी चाही तो उन्होनें किसी भी तरह का स्पष्ट ज़वाब नहीं दिया। खास बात ये भी रही कि एफआईआर में मामला अज्ञात शख़्स/लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है।

Sulabh Shrivastava मामले में उठे सुलगते सवाल

  1. किसके इशारे पर कुंडा सर्किल पुलिस ने एडीजी प्रेम प्रकाश को बरगलाया?
  2. कौन लोग सुलभ श्रीवास्तव को रिपोर्टिंग करने से रोक रहे थे?
  3. जान खतरा होने पर लिखित दरख्वास्त देने के बावजूद एसपी आकाश तोमर ने सुलभ श्रीवास्तव को सुरक्षा क्यों नहीं मुहैया करवायी?
  4. मामले में संदिग्ध अभियुक्त संजय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू को किन लोगों का संरक्षण हासिल है? जिसके दम पर वो अभी भी पुलिसिया पहुँच से बाहर है?
  5. मामले की कार्रवाई पूरा होने से पहले प्रतापगढ़ पुलिस की सोशल मीडिया टीम ने किसके इशारे पर प्रेस रिलीज जारी कर सुलभ श्रीवास्तव की मौत को हादसे का रूप देने की कोशिश की?
  6. किसके इशारे पर सुधकर सिंह को बलि का बकरा बनाया गया? जिसे लेकर सुलभ श्रीवास्तव ने खब़र छापी थी।
  7. पुलिस आखिर इसे मामले को हादसा बताने पर जोर क्यों दे रही है? जबकि जांच अभी जारी है।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More