नई दिल्ली (ब्यूरो): ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का भाजपा (BJP) में शामिल होना कांग्रेस (Congress) के लिए करारा झटका है। इस मसले को लेकर कांग्रेस में भारी हलचल और छटपटाहट देखी जा रही है। कांग्रेसी नेता अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने उन्हें अवसरवादी (Opportunistic) कहकर उनकी भर्त्सना (Denounce) की। भाजपा की सदस्यस्ता लेते समय ज्योतिरादित्य के साथ जेपी नड्डा (Jp nadda), मध्य प्रदेश भाजपा प्रमुख विष्णु दत्त शर्मा (Madhya Pradesh BJP chief Vishnu Dutt Sharma), और विनय प्रभाकर सहस्रबुद्धे (Vinay Prabhakar Sahasrabuddhe) भी मंच पर नज़र आये। जेपी नड्डा ने उन्हें भाजपा वाला पटका पहनाकर औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल करवाया। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस के सामने राजामाता विजयराजे सिंधिया (Rajmata Vijayaraje Scindia) के योगदान को याद किया।
इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- जिस मैनें अपने पिता को खोया उस दिन मेरा जीवन बदल गया। पीएम मोदी (PM Modi) ने देश का नाम विश्वस्तरीय मंचों (World class forums) पर बुलन्द किया। देश उनके हाथों में सुरक्षित है। कांग्रेस कहीं ना कहीं वास्तविकता को झुलठा रही है। मध्य प्रदेश में किसानों और आम जनता की अनदेखी की जा रही है। मध्य प्रदेश सरकार ओलावृष्टि से नुकसान होना पर कोई मुआव़जा (Compensation) नहीं दे पाई है। किसानों को कर्ज माफी (Debt waiver) के नाम पर सब़्ज दिखाया गया है। मध्य प्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई में तबादले का नया कारोबार (Business of Transfer) फल-फूल रहा। सूबे भर में रेत माफ़िया (Sand mafia) खुले आम घूम रहे है। जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
अब मध्य प्रदेश से राज्यसभा (Rajya Sabha) जाने को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया और हर्ष चौहान (Harsh Chauhan) का नाम तकरीबन-तकरीबन फाइनल माना जा रहा है। इस बीच जेपी नड्डा ने कहा कि- राजमाता विजयराजे सिंधिया हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रही है। जनसंघ के दिनों से ही उनके द्वारा प्रशस्त किये मार्ग का अनुसरण (Pursuance) भाजपा करती रही है। ऐसे में ज्योतिरादित्य का पार्टी में आना ऐसा लगता है कि घर का ही कोई सदस्य आया हो।
सियासी पंड़ित अब ये कयास लगा रहे है, भाजपा में आने का एवज़ में भारी ईनाम के तौर पर राज्यसभा की सीट, कैबिनेट (Cabinet) में मंत्री पद, या फिर संगठन (Organization) में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। ज्योतिरादित्य पिछले काफी दिनों से कांग्रेस में अपनी अनदेखी से काफी परेशान चल रहे थे। उनके जाने से कांग्रेस को भारी नुकसान पहुँचा है। ज्योतिरादित्य को मध्य प्रदेश में विश्वसनीय युवा चेहरे (Reliable young face) है। दूसरी ओर जिस तरह से ज्योतिरादित्य खेमे के विधायक (MLA) छिटके है। उससे कमलनाथ सरकार का वजूद अब जल्द ही इम्तिहान के दौरान से गुजरने वाला है। अब राजनीतिक गलियारे में कमलनाथ के दांव का इंतज़ार किया जा रहा है। आखिर किस बह्मास्त्र का इस्तेमाल करके वो अपनी सरकार को बचायेगें।