एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): अफगानिस्तान के काबुल (Kabul of Afghanistan) में एक मस्जिद पर हुए घातक हमले में 20 से ज़्यादा लोगों की जान चली गयी, जबकि 40 अन्य लोग धमाके में घायल हो गये। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धमाका देश की राजधानी काबुल के उत्तरी इलाके में हुआ।
शाम की नमाज के दौरान खैर खाना इलाके (Khair Khana Area) की एक मस्जिद में कथित तौर पर घातक विस्फोट हुआ। बता दे कि अफगानिस्तान में मस्जिद पर ये तीसरा ऐसा हमला है, जो तालिबान (Taliban) के सत्ता में पूरे एक साल पूरा करने के तुरंत बाद सामने आया है।
अफगान सुरक्षा सूत्र ने कतरी प्रसारक अल जज़ीरा (Al Jazeera) को बीते बुधवार (17 अगस्त 2022) को बताया कि, “काबुल के उत्तर में एक मस्जिद में हुए बम धमाके में 20 लोग मारे गये और 40 अन्य लोग जख़्मी हो गये।”
तालिबान का दावा है कि अफगानिस्तान पर उनका पूरा नियंत्रण है लेकिन इस्लामिक स्टेट देश भर में नागरिकों और पुलिस पर हमले जारी रखे हुए है। अभी तक अफगानिस्तान सरकार ने घायलों और मरने वालों को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
अभी तक किसी आतंकी गुट ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन तालिबान का मानना है कि इस धमाके को पिछले दो बार की तरह ही इस्लामिक स्टेट (Islamic State) ने अंजाम दिया था। मरने वालों में आमिर मोहम्मद काबुली (Amir Mohammad Kabuli) नाम का एक बड़ा मौलवी भी शामिल है।
गौरतलब है कि दो हफ्ते पहले काबुल में हुए दो घातक धमाकों में 10 लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 40 अन्य घायल हो गये थे। इस्लामिक स्टेट ने दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली है। ये धमाका अफगानिस्तान में तालिबान के एक साल के शासन के बाद हुआ है।
पिछले साल अगस्त में काबुल पर कब्जा करने के बाद इस्लामी अधिकारियों ने महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों पर गंभीर प्रतिबंध लगाये, मीडिया को दबा दिया, मनमाने ढंग से लोगों को हिरासत में लिया, प्रताड़ित किया और आलोचकों और कथित विरोधियों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए मार डाला।
हालांकि अफगानिस्तान सरकार द्वारा हताहतों की तादाद और इस घटना में मरने वालों की तादाद के बारे में कोई आधिकारिक डेटा जारी नहीं किया गया है, लेकिन ये उम्मीद की जाती है कि काबुल मस्जिद धमाके (Kabul Mosque Blast) के असर से संभावित तादाद में इज़ाफा होगा।