नई दिल्ली: CAA और NRC के मसले पर दिल्ली के हालात नाजुक बनते जा रहे हैं। धरना प्रदर्शन की आग दक्षिणी दिल्ली के शाहीन बाग से निकलकर और इस हिस्सों में भी फैलने लगी है। अब इसकी चपेट में पूर्वी दिल्ली और मध्य दिल्ली भी आ गए हैं। पूर्वी दिल्ली में मुस्तफाबाद जाफराबाद सीलमपुर और चांद बाग की सड़कों का घेराव प्रदर्शनकारी कर चुके हैं। वहीं दूसरी ओर सेंट्रल दिल्ली में शाही ईदगाह में भी प्रदर्शनकारी काफी दिनों से जमे हुए हैं। ऐसे में संवेदनशीलता और भी बढ़ जाती है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दिल्ली आ रहे हैं।
बीते रविवार भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने जाफराबाद इलाके में आम जनता से मुलाकात की और सड़क खाली करने की बात कही। इस दौरान कपिल मिश्रा के साथ दिल्ली पुलिस के एसीपी भी थे। कपिल मिश्रा ने कहा जब तक डोनाल्ड ट्रंप का दौरा खत्म नहीं हो जाता तब तक प्रदर्शनकारियों को कुछ नहीं कहा जाएगा। दौरा खत्म होने के बाद तुरंत ही उन्हें सड़कों से हटा दिया जाएगा।
इस दौरान कपिल मिश्रा ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा पूरी दिल्ली में दंगों के हालात बने रहे ऐसी प्रदर्शनकारियों की मंशा है। हमारी ओर से एक भी पत्थर नहीं चलाया गया है। ट्रंप के जाने के बाद आप लोगों की एक भी नहीं सुनी जाएगी और रास्ते खाली करवा लिए जाएंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मजबूरन हम लोगों को रोड पर उतरना पड़ेगा।
जिस तरह से घटनाक्रम सामने आ रहे हैं अगर उसे कड़ी दर कड़ी जोड़ा जाए तो ऐसा लगता है कि, इस मुद्दे को लेकर मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की तैयारी की जा रही है। ओवैसी की मंच से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे, उसके बाद वारिस पठान का बयान, और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शनकारियों के तेजी से फैलने के साथ सड़कों का घेराव करना। इन सब कवायदों का डोनाल्ड ट्रंप के दौरे से ठीक पहले होना, इसी बात की ओर इशारा कर रहा है।