एजेंसियां/न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदूओ के खिलाफ अत्याचार की एक और वारदात हाल ही में सामने आयी। सिंध प्रांत के कराची (Karachi of Sindh Province) में कुछ चरमपंथियों ने एक हिंदू मंदिर पर हमला किया। वारदात बंदरगाह शहर के कोरंगी नंबर 5 इलाके की है। श्री मारी माता मंदिर (Shri Mari Mata Mandir) जिसमें हिंदू पुजारी का घर भी है, पर बुधवार (8 जून 2022) देर रात हमला किया गया, जिससे हिंदू समुदाय (Hindu community) में डर फैला हुआ है।
हिंसक भीड़ (Violent Mob) ने पुजारी के घर पर हमला किया और मूर्तियों से तोड़फोड़ की। पाकिस्तान पुलिस (Pakistan Police) ने अभी तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। पुजारी कुछ दिन पहले इन मूर्तियों को निर्माणाधीन मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापित करने वाले थे। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने एक स्थानीय हिंदू निवासी के हवाले से कहा कि, “हम नहीं जानते कि किसने और क्यों हमला किया है।”
मौके पर मौजूद चश्मदीदों का कहना है कि मोटरसाइकिल पर सवार छह से आठ लोगों ने मंदिर पर हमला किया। कोरंगी एसएचओ फारूक संजरानी (Korangi SHO Farooq Sanjrani) ने कहा कि, “पांच से छह अज्ञात संदिग्ध मंदिर में घुस गये और तोड़फोड़ कर फरार हो गये।” पुलिस ने कहा कि वो लगातार सबूत इकट्ठा कर रहे हैं कि उन्होंने इलाके को घेर लिया और हिंदू समुदाय को फौरी पुख़्ता सुरक्षा मुहैया करवायी गयी है।
बता दे कि पाकिस्तान में मंदिर अक्सर भीड़ की हिंसा का शिकार बनते रहे हैं। पिछले साल अक्टूबर महीने में सिंध के कोटरी (Kotri of Sindh) में स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर को अज्ञात लोगों देव मूर्तियों के साथ बेअदबी (Sacrilege With God Idols) की थी। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि कई मीडिया रिपोर्टों और वैश्विक संगठनों के रिपोर्ट से खुलासा होता है कि पाकिस्तान में महिलाओं, अल्पसंख्यकों, बच्चों और मीडियाकर्मियों के लिये गंभीर हालात बने हुए है। जो कि रोजाना नये निचले स्तर को छू रहा है।
सिंध में जबरन धर्म परिवर्तन और अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों में तेजी देखी गयी है। नाबालिग हिंदू, सिख और ईसाई लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन, पाकिस्तान में आम बात बन गयी है।