न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): कर्नाटक (Karnataka) में हनुमान मंदिर के बाहर एक हिंदू संगठन ने मुस्लिम फल विक्रेताओं पर कथित तौर पर हमला करने के कई दिनों बाद राज्य के भाजपा विधायक अरविंद बेलाड (BJP MLA Arvind Bellad) ने दोहराया कि ये हिंदू मंदिर था और मुस्लिम विक्रेताओं को मंदिर के नियमों के मुताबिक खुद को बनाये रखना चाहिए। बेलाड ने अपने बयान में सुझाव दिया कि जिस तरह से मुस्लिम विक्रेताओं ने कपड़े पहने हुए थे, वो हनुमान मंदिर में आने वाले हिंदू भक्तों को असहज कर सकते थे, क्योंकि वे पजामा और जालीदार मुस्लिम टोपी पहने हुए लग रहे थे।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक भाजपा विधायक ने कहा कि, “ये हिंदू मंदिर है … भले ही वो एक मुस्लिम विक्रेता है लेकिन उसे ढंग से कपड़े पहनने चाहिये थे, दाढ़ी के साथ टोपी नहीं पहननी चाहिये थी। उसने मूंछे साफ करवाकर पज़ामा पहना था।…ऐसे वो ये भूल गया कि उसका हुलिया हिंदू भक्तों को कैसा लगेगा”
ये बयान मुस्लिम फल विक्रेताओं पर हिंदू समूह (Hindu group) के सदस्यों द्वारा हमला किये जाने और उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ करने के एक वीडियो सामने आने के कुछ दिनों बाद आया। बता दे कि घटना कर्नाटक के धारवाड़ जिले (Dharwad District) में हनुमान मंदिर के बाहर हुई।
राज्य में सांप्रदायिक मुद्दों में इज़ाफे पर ध्यान देते हुए, कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) ने कहा कि- उनकी सरकार किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करेगी और कानून को अपने हाथ में लेने वाले लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगी।
घटना पर बयान जारी करते हुए बोम्मई ने कहा था, ‘मेरी हरकतें बोल रही हैं, हमारी हरकतें बोल रही हैं। हमें बोलना नहीं चाहिये, हमारा काम बोलना चाहिये। किस स्थिति में, क्या फैसला लेना है, क्या कार्रवाई की जरूरत है, हम फैसले ले रहे हैं, हमें उनसे सीखने की आवश्यकता नहीं है।”
मामले के ताजा घटनाक्रम के मुताबिक मुस्लिम तरबूज विक्रेताओं पर हमले के आठ में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और पुलिस मामले के अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
पिछले कुछ दिनों में कई राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनायें हुई हैं, खासकर रामनवमी पर। गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों बलवे की रिपोर्टें आयी है। नई दिल्ली के जेएनयू में रामनवमी के मौके पर भी हिंसक झड़प भी हुई।