नई दिल्ली (प्रियंवदा गोप): Karnataka Election 2023: कांग्रेस पार्टी ने आज (24 मार्च 2023) कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिये उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। 124 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और राज्य पार्टी अध्यक्ष डीके शिवकुमार के नाम भी शामिल हैं। सिद्धारमैया वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे जबकि डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) कनकपुरा से उम्मीदवार होंगे।
इससे पहले सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने कोलार निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिये अपनी इच्छा जाहिर की थी, लेकिन कांग्रेस हाई कमांड ने उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी के स्थानीय नेताओं के बीच असहमति के बाद इस योजना छोड़ने का निर्देश दिया था। पार्टी ने कोलार गोल्ड फील्ड निर्वाचन क्षेत्र (Kolar Gold Fields Constituency) से एम रूपकला को मैदान में उतारा है। डीके शिवकुमार ने इससे पहले 6 मार्च को आगामी चुनावों में अपनी पार्टी की संभावनाओं के बारे में बात करते हुए दावा किया था कि सत्तारूढ़ भाजपा 65 से ज्यादा सीटों को सुरक्षित नहीं कर पायेगी।
शिवकुमार ने दावा किया कि किसानों समेत उनके राज्य में सभी लोग ऐसा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमने लगभग 75 फीसदों सीट आवंटन को अंतिम रूप दे दिया है। सभी सीटों पर जल्द ही फैसला ले लिया जायेगा, हम उम्मीदवारों के नाम आलाकमान को मंजूरी के लिये भेज देंगे।”
2 मार्च को एक इंटरव्यूह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) ने कहा था कि भाजपा विधानसभा चुनाव जीतेगी। चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं पर बोम्मई ने कहा कि पार्टी चुनाव जीतने के लिये काफी बेताबी के साथ कोशिशें कर रही है, लेकिन वो कामयाब नहीं होगी क्योंकि सत्ता में रहते हुए उसका ट्रैक रिकॉर्ड काफी खराब था। सीएम ने कहा कि कांग्रेस (Congress) ने अपने कार्यकाल के दौरान लोगों के लिये कुछ नहीं किया, सिर्फ और सिर्फ समाज में विभाजन पैदा करने का काम किया।
इस महीने की शुरूआत में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि- “उन्होंने एससी और एसटी के लिये कुछ नहीं किया। इसलिए वे सरकार में नहीं हैं। अब वो ऐसे वादे करके सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं जिन्हें पूरा करना नामुमकिन है। वो कह रहे हैं कि वो प्रत्येक घर को 2,000 रुपये देंगे, इसके लिये उन्हें 24,000 हजार करोड़ रुपये की जरूरत होगी। वे इतनी बड़ी रकम कैसे जुटाएंगे? कांग्रेस चुनाव जीतने के लिये बेताब है, इसलिए वो इस तरह के झूठे वादे कर रही हैं।”