न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): Karnataka: देश ने पहले ही हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच धार्मिक तनाव फैलाने के लिये प्रतिबंधित संगठन पीएफआई (PFI) के तौर-तरीकों को देखा है। इसी तरह की साजिश कर्नाटक के बीदर (Bidar) में खेली गयी, जहां पूजा के मुद्दे पर दोनों समुदायों के बीच तनाव बना हुआ है। इस बार तनाव बीदर के ऐतिहासिक महमूद गवां मदरसे (Mahmud Gawan Madrasa) को लेकर है। आरोप है कि 5 अक्टूबर की रात बड़ी तादाद में लोग मदरसे में घुसे और उन लोगों ने वहां नारेबाजी की। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
कथित वीडियो में महमूद गवां मदरसे के अंदर काफी तादाद में लोग नजर आ रहे हैं। मदरसे के बाहर संगीत के साथ झांकी निकलती नजर आ रही है। ये घटना दशहरे के दिन हुई थी। मौके पर माता भवानी की जय और हिंदू धर्म की जय जैसे नारे लगाये गये। मुस्लिम पक्ष (Muslim Side) का आरोप है कि असामाजिक तत्वों ने परिसर के ताले तोड़कर मदरसे और मस्जिद में घुसे। उन्होंने कहा कि इन लोगों का मकसद इलाके का माहौल खराब करना था।
मामले में पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर चार को गिरफ्तार कर लिया है। बता दे कि हर साल दशहरे के मौके पर इस जगह पर झांकी निकाली जाती है और पूजा की जाती है। मस्जिद के अंदर एक मीनार है, जहां सालों से पूजा की परंपरा चली आ रही है। आमतौर पर इस जगह पर सिर्फ 2 से 5 लोग ही पूजा के लिये जाते हैं। लेकिन इस बार ये तादाद ज्यादा थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि भीड़ द्वारा मदरसे का ताला तोड़ने की खबर अफवाह है और पूजा पुलिस की निगरानी में की गयी।
ये एक अकेली घटना नहीं है। पूरे देश में साम्प्रदायिक दुश्मनी पैदा करने की साजिश होती दिख रही है। ऐसे ही एक कोशिश की मिसाल गुजरात के खेड़ा (Kheda of Gujarat) की घटना थी, वहां 3 अक्टूबर को एक गरबा कार्यक्रम (Garba Program) में मुस्लिम युवकों ने पथराव किया। दावा किया जा रहा है कि जहां गरबा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था, उसके पास एक मदरसा भी था।