Mumbai: निर्देशक (Director) विधु विनोद चोपड़ा के निर्देशन (Direction) में बनी फिल्म शिकारा की खास़ स्क्रीनिंग के दौरान हालात तब बिगड़ गये, जब एक कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) महिला ने फिल्म की कहानी को ज़मीनी हक़ीकत (Ground Reality) से दूर बताया और थियेटर में शोर-शराबा करने लगी। बीते शुक्रवार फिल्म मेकर्स की ओर से सार्वजनिक समीक्षा (Public Review) के लिए स्पेशल शो का आयोजन किया गया था।
स्क्रीनिंग के बाद कश्मीरी पंड़ित महिला बुरी तरह से फूट पड़ी और फिल्म मेकर्स (Film Makers) पर व्यवसायीकरण (Commercialization) का गंभीर आरोप लगाया। महिला के मुताबिक फिल्म में घाटी से कश्मीरी पंड़ितों के पलायन का आधा सच ही दिखाया गया है। साथ ही कहा फिल्म वास्तविकता से कहीं दूर है। फिल्म कश्मीरी पंड़ितों का नरसंहार (Genocide of Kashmiri Pandit), सामूहिक बलात्कार (Gangs Rapes ) और कश्मीरी पंड़ितों के बड़े पैमाने पर कत्लोगारत को नहीं दिखाया गया है।
महिला ने विधु विनोद चोपड़ा पर निशाना साधते हुए कहा कि- कश्मीरी पंड़ितों के दर्द का कर्मशियलाइजेशन आपको मुबारक हो। बतौर कश्मीरी पंड़ित मैं आपकी फिल्म को नकारती हूँ। इसके साथ ही महिला ने निर्देशक (Director) विधु विनोद चोपड़ा पर मामले का धुव्रीकरण (Polarization) करने के भी गंभीर आरोप लगाये। हालातों को बिगड़ता देख विधु विनोद चोपड़ा ने वहाँ बैठे सभी लोगों को संबोधित किया।
चोपड़ा ने कहा- सच्चाई के हमेशा दो पहलू होते है। एक ही मुद्दे पर लोगों के नज़रिये अलग हो सकते है। मैं आपके लिए इसका सिक्वल बनाऊंगा। शिकारा पीरियड ड्रॉमा फिल्म है, जिसमें कश्मीरी पंड़ितों को एक प्रेमी जोड़ा घाटी से पलायन करता है। इसी जोड़े के इर्द-गिर्द कश्मीरी पंड़ितों के पलायन की पूरी कहानी बुनी गयी है।