विश्वास प्रस्ताव के दौरान बोले Kejriwal, दिल्ली में फेल हुआ ऑप्रेशन लोटस, जनता के पैसे से विधायक खरीद रही है भाजपा

नई दिल्ली (गौरांग यदुवंशी): मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने आज (29 अगस्त 2022) दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव (Confidence Motion in Delhi Assembly) पेश करते हुए कहा कि ये कवायदे इस बात को साबित करने के लिये है कि ‘ऑपरेशन लोटस’ (Operation Lotus) दूसरे राज्यों में कामयाब हो सकता था, लेकिन दिल्ली में ये नाकाम रहा क्योंकि आप के सभी विधायक “कट्टर ईमानदार” है।

ये कहते हुए कि उनकी सरकार को गिराने के लिये भाजपा का ‘ऑपरेशन लोटस’ फेल रहा क्योंकि वो आप के किसी भी विधायक को नहीं खरीद सकी, केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा अगले 15 दिनों में झारखंड सरकार (Jharkhand Government) को गिराने की कोशिश करेगी।

उन्होंने मोदी सरकार (Modi Government) पर अरबपतियों का कर्ज माफ करने का भी आरोप लगाया लेकिन छात्रों और किसानों का नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा केंद्र सरकार “सबसे भ्रष्ट” है क्योंकि वो विधायकों को खरीदते हैं।

आप के एक भी विधायक को खरीदने की चुनौती देते हुए केजरीवाल ने भाजपा को कहा कि, “विश्वास प्रस्ताव ये दिखाने के लिये है कि ‘ऑपरेशन लोटस’ मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में कामयाब हो सकता है, लेकिन यहां दिल्ली में ये पूरी तरह धराशायी हो गया। हमने विश्वास प्रस्ताव की कवायदें ये दिखाने के लिये की है कि आप का हर विधायक कट्टर ईमानदार है।”

केजरीवाल ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा ने मणिपुर, बिहार, असम, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र (Madhya Pradesh and Maharashtra) में सरकारें गिरा दी । उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ जगहों पर भाजपा ने विधायक खरीदने के लिये 50 करोड़ रूपये भी दिये हैं। इसी क्रम में केजरीवाल ने आगे कहा कि- “भाजपा कहती हैं कि वो भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं लेकिन वो लगातार विधायकों को खरीद रहे हैं। ये सबसे भ्रष्ट (केंद्र) सरकार है। इन्हें गरीब लोगों की बद्दुआ का सामना करना पड़ेगा। 15 दिनों में भाजपा झारखंड (Jharkhand) सरकार को गिराने की कोशिश करेगी और फिर इसका दाम पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाकर आम जनता से वसूला जायेगा।”

उन्होंने आगे कहा कि अगली बार जब पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ेंगे तो लोग अच्छे समझेंगे कि आखिर जनता का पैसा कहा जा रहा है। भाजपा ने केजरीवाल पर राजनीतिक प्रचार के लिये विधानसभा का इस्तेमाल करने और उनकी सरकार के शराब “घोटाले” से लोगों का ध्यान हटाने के लिये ये नाटक करने का आरोप लगाया। बता दे कि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के 62 विधायक हैं, जबकि भाजपा (BJP) के पास सिर्फ आठ विधायक हैं।

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