न्यूज डेस्क (देवेंद्र कुमार): गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब के प्रमुख और खालिस्तान टाइगर फोर्स सुप्रीमो हरदीप सिंह निज्जर की बीते रविवार (18 जून 2023) शाम कनाडा (Canada) के सरे में गुरुद्वारा साहिब परिसर में दो अज्ञात युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जालंधर के भर सिंह पुरा गांव के मूल निवासी 46 वर्षीय निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स (Khalistan Tiger Force) के लिये युवाओं की भर्ती, नेटवर्क बनाने, ट्रेनिंग देने और फाइनेसिंग के काम में लंबे समय से लगा हुआ था। वो राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से दर्ज एक मामले में भी आरोपी था। वे सिख फॉर जस्टिस (Sikh For Justice) से भी जुड़ा हुआ थे और हाल ही में जनमत संग्रह के लिये ऑस्ट्रेलिया में उसे सक्रिय पाया गया था। निज्जर लंबे समय से रॉ और एनआईए के रडार पर था।
रॉ की हालिया छानबीन में सामने आया है कि विदेश में बसे सिख युवाओं को भड़काने के लिये उसका ओवरसीज़ नेटवर्क काफी मजबूत था। इसी का इस्तेमाल करते हुए वो अक्सर भड़काऊ बयान और आपत्तिजनक कॉन्टेंट पोस्ट किया करता था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हरदीप सिंह निज्जर के कई नफरती भाषण भी पाये गये है।
इसी क्रम में एनआईए (NIA) का कई खुफ़िया दस्तावेज़ भी सामने आये है, जिसके मुताबिक हरदीप सिंह निज्जर के खिलाफ कई सबूत सामने आये है। जिसमें वो भारत के खिलाफ देशद्रोही और विद्रोही कवायदों को अंजाम देने में शामिल रहा है। इसके साथ ही हरदीप सिंह निज्जर भारत में विभिन्न समुदायों के बीच अविश्वास पैदा करने की भी कोशिशों में लगा हुआ था। साथ ही उसका नाम पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) की ओर से कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो (Prime Minister Justin Trudeau) को साल 2018 में उनकी भारत यात्रा के दौरान सौंपी गयी वांछितों की लिस्ट में शामिल किया गया था।
हरदीप सिंह निज्जर पंजाब पुलिस की ओर से दर्ज किये गये और जांच किये जा रहे कई मामलों में भी वो आरोपों का सामना कर रहा था, जिसका वज़ह से उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। साल 2020 में पंजाब सरकार की ओर से जारी एक फरमान के मुताबिक निज्जर की कुल 11 कनाल और 13.5 मरला जमीन जालंधर जिले (Jalandhar District) के फिल्लौर उपमंडल में उसके पैतृक गांव भर सिंगापुरा में जब्त की गयी। छानबीन की दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि हरदीप का परिवार काफी समय पहले ही गांव छोड़कर चला गया था, लेकिन उसके माता-पिता अक्सर गांव आते-जाते रहते हैं और आखिरी बार वो लोग लॉकडाउन से पहले आये थे।
गांव के एक पंचायत सदस्य ने बताया कि हरदीप के पिता के चार भाई हैं और दोनों के पास लगभग 8 एकड़ जमीन है। हरदीप को अपने पिता के अविवाहित चाचा से जमीन का एक हिस्सा मिला, जिन्होंने हरदीप और उसके भाई-बहनों को लगभग 5.5 एकड़ जमीन दी थी। गांववालों ने कहा कि उन्होंने कई सालों से हरदीप को गांव में नहीं देखा।