न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): बिहार में हुए हिंसक विरोध का आज तीसरा दिन है, जहां रेल मंत्रालय की भर्ती प्रक्रिया के खिलाफ गया में एक खड़ी ट्रेन के खाली डिब्बों में आग लगा दी गयी। हिंसा के इस मामले में बिहार पुलिस ने खान सर (लोकप्रिय यू-ट्यूबर टीचर) और पांच अन्य शिक्षकों के खिलाफ पटना में एफआईआर दर्ज की है, जो कथित रूप से गैर-तकनीकी श्रेणियों के लिये रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB NTPC Exam) के नतीज़ों के विवाद पर हिंसा भड़काने में शामिल थे।
साथ ही बिहार पुलिस (Bihar Police) इसके अलावा 400 से ज़्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की है। पटना के शिक्षक खान सर (Khan Sir), जो उम्मीदवारों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये यू-ट्यूब पर कोचिंग मुहैया करवाते हैं, उन्हें इस मामले में मुख्य अभियुक्त माना गया है। फिलहाल वो बिहार पुलिस की जांच के दायरे में हैं। वो आरआरबी एनटीपीसी एक्ज़ाम को लेकर उम्मीदवारों के बीच हिंसा भड़काने के मुख्य आरोपी के तौर पर नामजद है।
खान सर पटना में ‘खान जीएस रिसर्च सेंटर’ के नाम से नामी कोचिंग सेंटर चलाते है और अपनी अनूठी शिक्षण शैली के लिये जाने जाते है। सोमवार (24 जनवरी 2022) को हिंसा भड़कने के बाद खान सर ने एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होनें छात्रों/उम्मीदवारों से शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन करने की अपील की गयी। उन्होंने कहा कि अगर वे हिंसा की ओर मुड़े तो कोई उनका समर्थन नहीं करेगा।
सोमवार को राजेंद्र नगर रेलवे टर्मिनल (Rajendra Nagar Railway Terminal) पर बड़ी संख्या में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने ट्रेन संचालन को घंटों तक बाधित किया और रेलवे संपत्ति को नुकसान (Damage To Railway Property) पहुंचाया।
बिहार पुलिस ने सोमवार और मंगलवार (25 जनवरी 2022) को हिरासत में लिये गये आंदोलनकारी छात्रों (Agitating Students) द्वारा दिये गये बयानों के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की, जिन्होंने कहा कि खान सर द्वारा एक वीडियो जारी किये जाने के बाद उन्हें ऐसा करने के लिये प्रेरित किया गया था। आंदोलनकारी छात्रों ने आगे कहा कि खान सर ने कहा था कि उन्हें उकसाया कि अगर अगर आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रद्द नहीं की गयी तो छात्रों को सड़कों पर बाहर निकलकर विरोध करना चाहिये।