न्यूज डेस्क (यर्थाथ गोस्वामी): खरमास (Kharmas) जिसे मलमास भी कहा जाता है, एक महीने तक रहता है और इस दौरान शादी, सगाई, मुंडन, गृहप्रवेश या घर बनाने समेत कोई भी शुभ काम करने की मनाही होती है। खरमास दिसंबर में धनु संक्रांति से शुरू होता है और जनवरी में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर ये खत्म होता है। हिन्दू धर्म में खरमास का विशेष महत्व है। ग्रहों के राजा सूर्य 16 दिसंबर 2022 को धनु राशि (Sagittarius) में गोचर करने जा रहे हैं। 14 जनवरी 2023 को सूर्य मकर राशि (Capricorn) में गोचर करने पर फिर से शुभ कार्य शुरू हो सकते हैं।
खरमास खत्म होने के बाद 17 जनवरी 2023 से 14 मार्च 2023 तक विवाह के योग बनेंगे। इस दौरान विवाह के करीब 28 शुभ मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद 15 मार्च 2023 को सूर्य मीन राशि (Pisces) में प्रवेश करेंगे और फिर से खरमास शुरू हो जायेगा।
Kharmas खत्म होने पर ये होगें विवाह के शुभ मूहूर्त
जनवरी 2023 – 17 जनवरी, 18 जनवरी, 19 जनवरी, 25 जनवरी, 26 जनवरी, 27 जनवरी, 30 जनवरी और 31 जनवरी
फरवरी 2023 – 1 फरवरी, 6 फरवरी, 7 फरवरी, 8 फरवरी, 9 फरवरी, 10 फरवरी, 13 फरवरी, 15 फरवरी, 22 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी और 28 फरवरी
मार्च 2023 – 1 मार्च, 5 मार्च, 6 मार्च, 7 मार्च, 8 मार्च, 9 मार्च, 11 मार्च और 14 मार्च
इसलिये Kharmas में नहीं होती शादियां
खरमास या मलमास (Malmas) में विवाह जैसे शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार खरमास में शादी करने से पति-पत्नी के रिश्ते कमजोर हो सकते हैं। इस साल खरमास 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है और 14 जनवरी 2023 को जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तब विवाह के शुभ मुहूर्त फिर से खुलेंगे।