न्यूज डेस्क: आज नये कृषि कानून के खिलाफ जारी किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को 100 दिन पूरे हो गये। इस मौके पर दिल्ली और दिल्ली की सीमाओं को कुंडली, मानेसर और पलवल से जोड़ने वाले केएमपी एक्सप्रेसवे पर 5 घंटे की नाकाबंदी करने का ऐलान किसान संयुक्त मोर्चा ने किया है। साथ ही आंदोलनकारी आज इसे काला दिवस के तौर पर मनायेगें। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक ये इस कवायद को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न किया जायेगा। सारे प्रदर्शनकारियों आज काली पट्टी बांधकर तीनों केन्द्रीय कृषि कानूनों का विरोध करेंगे।
किसान मोर्चा के आंदोलनकारी किसान सिंघु बॉर्डर से केएमपी एक्सप्रेसवे पहुंचकर सभी रास्ते ब्लॉक करेंगे। साथ ही उस रास्ते पर पड़ने वाले सभी टोल प्लाजा का भी घेराव किया जायेगा। इतना ही नहीं गाजीपुर बॉर्डर से किसान डासना टोल की तरफ जायेगें। टिकरी बॉर्डर से पास बहादुरगढ़ बॉर्डर को भी ब्लॉक किया गया है। इसी के साथ शाहजहांपुर बॉर्डर (Shahjahanpur border) के नज़दीक गुरुग्राम-मानेसर से लगे केएमपी एक्सप्रेसवे को भी ब्लॉक किया जाएगा। इन सभी रास्तों में पड़ने वाले टोल प्लाज़ाओं को फ्री करवाया जायेगा।
गौरतलब है कि आंदोलन की तेज आंच मध्य प्रदेश में भी देखी गयी। जहां जमकर इन कानून की मुखालफत हो रही है। मध्यप्रदेश के छतरपुर में आज आंदोलन का 87वां दिन पूरा हो गया है। मध्य प्रदेश पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को टेंट लगाने की मंजूरी नहीं दी है। साथ ही दूसरी मूलभूत सेवायें (पेयजल और बिजली) भी मुहैया करवाने से प्रशासन ने पल्ला झाड़ लिया है। बीते 3 मार्च और 4 मार्च को यहां महापंचायत आयोजित की गयी थी। जिसे देखते हुए फौरी तौर (Immediate) पर आंदोनलकारियों को टेंट लगाने की मंजूरी दी गयी थी। जिसे अब निरस्त कर दिया गया है।