न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): 26 जनवरी को हिंसा फैलाने के मामले में आरोपी किसान आंदोलन (Kisan Andolan) का कथित उपद्रवी लक्खा सिधाना भठिंडा जिले के मेहराज गांव की किसान महारैली में दिखाई दिया। इस दौरान वो करीब 1घंटा 45 मिनट तक खुला घूमता रहा, लेकिन पुलिस और प्रशासन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाया। काफी बेबाकी और निडर अंदाज़ में उसने कार्यक्रम के दौरान मंच भी साझा किया। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने लक्खा सिधाना पर एक लाख का इनाम घोषित कर रखा है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। स्पेशल सेल की नजरों में वो मोस्ट वांटेड अपराधियों की श्रेणी में शुमार है।
किसान महारैली के दौरान वो सफेद शर्ट और हाफ ब्लू स्वेटर में नजर आया। इस बीच उसके चेहरे पर जरा सी भी शिकन नहीं थी। सबसे बड़ी और अहम बात, उसने कुछ दिन पहले ही फेस बुक लाइव कर, दिल्ली पुलिस को इस कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में बताते हुए गिरफ्तारी की चुनौती दी थी, यानी कि केंद्रीय एजेंसियों और दिल्ली पुलिस (Central agencies and Delhi Police) को इस बात का पहले से ही पता था कि, वो इस कार्यक्रम में शामिल होने वाला है, बावजूद इसके कार्यक्रम स्थल पर दिल्ली पुलिस का कोई भी सदस्य नजर नहीं आया।
वो किसान महारैली में 1 घंटा 45 मिनट तक मौजूद रहा। कार्यक्रम समाप्त होते ही कई लोग उसे सुरक्षा घेरे में रैली स्थल से बाहर ले गए। साथ ही उसने मंच पर माइक संभालते हुए लोगों से आंदोलन में ज्यादा से ज्यादा शामिल होने की अपील की। मौके पर मौजूद किसानों को शुक्रिया अदा करते हुए पंजाब के युवाओं से किसान आंदोलन में भागीदारी करने की बात कही। लक्खा सिधाना पहले गैंगस्टर था, जिसके बाद किसान आंदोलन की आड़ में वह एक्टिविस्ट बन गया। उसके खिलाफ पंजाब में कई आपराधिक मामले (Criminal cases) दर्ज हैं। साथ ही वो कई बार हवालात में भी जा चुका है। साल 2012 के दौरान उसने पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ा, जिसमें उसे करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।