नई दिल्ली (विश्वरूप प्रियदर्शी): किसान आंदोलन (Kisan Andolan) अब नेतृत्वहीन होकर बेकाबू होता दिखाई दे रहा है। इस बीच आगामी बजट सत्र के मद्देनज़र खालिस्तान की अगुवाई वाले सिख फॉर जस्टिस संगठन ने केंद्र सरकार को बड़ी चेतावनी देते हुए संसद भवन का घेराव करने की धमकी दी है। इसके साथ ही संगठन ने बीते गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर झंडा फहराने वाले शख्स को बड़ा इनाम देने का भी ऐलान किया गया है। दिल्ली पुलिस काफी सरगर्मी से खालिस्तान और सिख फॉर जस्टिस (Sikh for Justice) से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है।
1 फरवरी से संसद का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है। ऐसे में राजधानी दिल्ली में कई वीआईपी नेताओं की मौजूदगी रहेगी। लाल किले पर हुई घटना से सबक लेते हुए दिल्ली पुलिस ने कई बड़े एहतियाती कदमों का खाका खींचना शुरू कर दिया है। साथ ही आक्रोशित आंदोलनकारियों से संसद भवन की सुरक्षा चाक-चौबंद करने का ब्लूप्रिंट भी सुरक्षा एजेंसियां तैयार कर रही है। जिसके तहत प्रधानमंत्री आवास, गृह मंत्री आवास, उप राज्यपाल आवास सहित अन्य संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा में इजाफा कर दिया गया है।
सिक्ख फॉर जस्टिस की धमकी के बाद दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह हरकत में आ चुकी है। करीब 200 से ज्यादा आंदोलनकारी किसानों को हिरासत में ले लिया गया है। हिंसा मे शामिल दूसरे प्रदर्शनकारी किसानों की पहचान करते हुए दबिश दी जा रही है। गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली पुलिस को अतिरिक्त मदद मुहैया करवाने के लिए सुरक्षाबलों की विशेष टुकड़ियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। हिंसा भड़काने में शामिल किसान नेताओं को भी भूमिका खंगाला जा रहा है। किसानों की संसद भवन का घेराव करने की धमकी हालातों को ओर भी नाज़ुक मोड़ पर ला सकती है।
बीते गणतंत्र दिवस लाल किले पर हुए हिंसक बवाल का असर आज पूरी दिल्ली पर देखा गया। दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा अस्थाई रूप से बाधित (Internet service interrupted) रही। जिसकी वजह से ऑनलाइन क्लास और वर्क फ्रॉम होम पर लगे लोगों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही दिल्ली से लगी सीमाओं पर होने वाले ट्रैफिक पर इसका सीधा असर देखा गया। जाम और रूट डायवर्जन की स्थिति कमोबेश पूरी दिल्ली में देखी गई। कई इलाकों में दिल्ली पुलिस के जवान सादी वर्दी में गश्त लगाते भी दिखें।