न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): Kisan Andolan: केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha-SKM) द्वारा देशव्यापी ‘रेल रोको’ (Rail Roko) विरोध प्रदर्शन के बीच भारतीय किसान संघ के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने अभी इस में मामले में उनसे बात नहीं की है।
मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि “देश भर के विभिन्न जिलों में ये विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस आंदोलन का समर्थन करने वाले देश के लोग रेल रोको आंदोलन के बारे में अच्छे से जानते हैं। केंद्र सरकार ने अभी तक इस मामले में हमसे बात नहीं की है।”
गौरतलब है कि देश के विभिन्न हिस्सों में लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri violence) मामले के विरोध में ‘रेल रोको आंदोलन’ का आयोजन किया जा रहा है, उत्तर रेलवे ने आज (18 अक्टूबर 2021) बताया कि इस संबंध में लगभग 50 ट्रेनें की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
किसान संघों से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं ने बीते रविवार (17 अक्टूबर 2021) जारी एक बयान में कहा कि, "अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग के लिये दबाव डालने के लिये राष्ट्रव्यापी रेल रोको कार्यक्रम को अंज़ाम दिया जायेगा ताकि लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय दिलवाया जा सके।
इसी क्रम में एसकेएम ने आज सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच छह घंटे के लिये रेल यातायात की आवाजाही को बाधित किया। जिसके लिये अलग अलग राज्यों में किसान संघों से जुड़ी विभिन्न संस्थायें रेल पटरियों पर उतरी। इस दौरान एसकेएम ने रेलवे संपत्ति को बिना नुकसान पहुँचाये शांतिपूर्वक इस कार्रवाई को करने के लिये किसानों का आवाह्न किया।
बता दे कि 3 अक्टूबर को हुई लखीमपुर खीरी हिंसा में चार किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि उनका बेटा घटना स्थल पर मौजूद नहीं था। वही उनके बेटे आशीष ने भी इन दावों को दोहराया और एसकेएम के आरोपों का खंडन किया। बाद में इस मामले में आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था।