न्यूज़ डेस्क (गौरांग यदुवंशी): गाज़ीपुर बॉर्डर पर हो रहे किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को समर्थन देने के लिए उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में किसान महापंचायत का आवाह्न किया गया था। जिसके शुरू होने से पहले ही धारा 144 इलाके में लागू कर दी गयी। प्रशासन की ओर से इसके पीछे COVID-19 महामारी, कानून व्यवस्था और आने वाले त्यौहारों समेत कई वज़हों का हवाला दिया गया। ये आदेश जिला मजिस्ट्रेट सहारनपुर द्वारा जारी किया गया। जिसके तहत संभावना जतायी गयी कि, इसकी आड़ में असामाजिक तत्वों (Anti-social elements) प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब कर सकते है।
लगाया गया प्रतिबंध 5 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा। गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी इस महापंचायत में भाग लेने वाली थी। इसलिए उन्होनें आज सुबह ट्विटर कर लिखा कि- किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएँ बाँटने, उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूँगी। भाजपा सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे।
कांग्रेस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी ने किसान महापंचायत में शिरकत करने के लिए सहारनपुर जाने का कार्यक्रम तय किया था। जिसके लेकर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी। जिसके तहत वे पहले शाकुंभरी देवी मंदिर (Shakumbhari Devi Temple) में पूजापाठ के लिए जाने वाली थी। इसके साथ ही उम्मीद जतायी जा रही है कि वो 13 फरवरी को बिजनौर और मुजफ्फरनगर जिलों में किसानों के साथ बातचीत करेगी।
पिछले सप्ताह कांग्रेस ने किसानों द्वारा किये चक्का जाम के आह्वान पर अपना पूरा समर्थन ज़ाहिर किया था। कांग्रेसी अगुवाई में ही कई विपक्षी दलों ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी चिंता नेशनल मीडिया के सामने जतायी थी। गौरतलब है कि बीते 26 नवंबर से ही किसान दिल्ली के विभिन्न सीमाओं पर तीन केन्द्रीय कृषि कानून किसान व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020, मूल्य आश्वासन एवं कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है।