Kisan Andolan: कल होगी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, कांग्रेस ने भी शुरू किया अभियान

नई दिल्ली (शौर्य यादव): आज किसान आंदोलन (Kisan Andolan) का 46 वां दिन है। केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच अभी तक किसी भी 2 मुद्दों के अलावा किसी भी मुद्दे पर आम सहमति नहीं बन पाई है। इस बीच कल इस मामले की सुनवाई माननीय सर्वोच्च न्यायालय (Honorable Supreme Court) में है। बीते आठवीं बोर्ड की बैठक के दौरान विज्ञान भवन में किसानों ने बातचीत के माध्यम से मामला सुलझाने की मंशा जाहिर की थी। दूसरी ओर केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों ने मामले के निपटारे के किसान प्रतिनिधियों को इसे सुप्रीम कोर्ट में ले जाने के सुझाव दिया था। जिसे किसान प्रतिनिधियों ने एक सिरे से नकार दिया।

किसान यूनियन के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने आगामी रणनीति के तहत आपस में गहन वार्ता की। कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में आंदोलन केंद्र सरकार के लिए और भी मुश्किलें खड़ी कर सकता है। किसानों ने अपना रवैया साफ करते हुए 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च राजपथ पर निकालने का ऐलान कर दिया है। किसानों की ये घोषणा सुरक्षा एजेंसियों और केंद्र सरकार के लिए बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है। आंदोलन के सियासी पहलुओं को भांपते हुए आज से कांग्रेस किसानों के पक्ष में मुहिम चलाने जा रही है। इसके तहत कांग्रेस पार्टी की सभी इकाइयां प्रदेशों के राज भवनों का घेराव करते हुए जिला मुख्यालय (District headquarters) पर प्रदर्शन करेगी। साथ ही कांग्रेसी कार्यकर्ता 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस भी मनाएंगे।

इंडियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीबी की अगुवाई में युवा कांग्रेसी उन किसानों के घरों पर जाएंगे, जो किसान आंदोलन के दौरान दम तोड़ चुके हैं। उनके गांव की मिट्टी को लाकर युवा कांग्रेस के मुख्यालय में भारत का नक्शा बनाया जायेगा। कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ भावनात्मक माहौल (Emotional atmosphere) बनाने की पूरी तैयारी कर चुकी है। जिसके लिए भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता शहीद किसानों के घर जाएंगे। गौरतलब है कि अब तक 60 किसान आंदोलन के दौरान दम तोड़ चुके हैं। हाल ही में बीते शनिवार को सिंघु बॉर्डर पर एक किसान ने मंच के पीछे सल्फास खाकर जान दे दी।

किसान आंदोलन के कारण दिल्ली और नोएडा का यातायात गंभीर रूप से बाधित हो रहा है। खासतौर से चिल्ला बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर लोगों को डायवर्जन (Traffic diversion) का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन के लिए लोग भोपुरा बॉर्डर, आनंद विहार, लोनी बॉर्डर और डीएनडी का इस्तेमाल कर रहे हैं। मुकरबा चौक और जीटी रोड पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने डायवर्जन लगाया है। इसके लिए एडवाइजरी जारी करते हुए वैकल्पिक रास्तों की जानकारी ट्विट कर दी गई है। आंदोलनकारियों ने टीकरी बॉर्डर और ढ़ासा बॉर्डर पर ट्रैफिक पूरी तरह बंद कर रखा है।

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