न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): बीते शुक्रवार को सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच हुई वार्ता एक बार फिर से बेनतीजा रही। किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के सभी प्रतिनिधि अभी भी अभी भी पुरानी मांगों पर डटे हुए हैं। सरकार की ओर से कई विकल्प दिए जाने के बावजूद भी किसान तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को खारिज करने की मांग पर अड़े हुए हैं। इस बीच किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च दिल्ली पुलिस के लिए सरदर्द बना हुआ है। जिसकी तैयारी काफी जोर-शोर से दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर देखी जा रही है। गणतंत्र दिवस की संवेदनशीलता सुरक्षा एजेंसियों के लिए किसानों की ये कवायद काफी परेशान करने वाली है।
किसान संगठनों के मुताबिक इस ट्रैक्टर परेड में तकरीबन 30 हजार से ज्यादा ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे। जिसके लिए लगातार पंजाब और हरियाणा से ट्रैक्टरों का जत्था दिल्ली की ओर रवाना हो रहा है। ट्रैक्टर परेड के दौरान कुछ महिला आंदोलनकारी भी इस परेड की कमान संभालती हुई नजर आ सकती हैं। फिलहाल करनाल अंबाला कुरुक्षेत्र भिवानी, रोहतक और संगरूर ट्रैक्टरों का काफिला दिल्ली की ओर लगातार बढ़ रहा है। हालातों को देखते हुए हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने अपने सभी कर्मियों की छुट्टी अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दी है।
किसान संगठन लगातार सरकार से दिल्ली के बाहरी रिंग रोड पर शांतिपूर्वक ट्रैक्टर परेड निकालने की बात कहता रहा है। इस मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली पुलिस के पाले में गेंद डाल दी। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने इसके लिए मंजूरी नहीं दी है। पुलिस और सुरक्षाबलों से होने वाली संभावित टकराहट को देखते हुए, कई किसानों ने अपने ट्रैक्टरों को मॉडिफाई कराया ताकि आंसू गैस और वाटर कैनन (Water canon) से बचते हुए बैरिगेटस को तोड़ा जा सके। ऐसे कई मॉडिफाई ट्रैक्टर जत्थे में शामिल नजर आए।
पैसे और समय बचाने के लिए किसान जुगाड़ तकनीक भी इस्तेमाल करते नजर आए। सिंघु बॉर्डर पर ऐसे कई ट्रैक्टर देखे गए, जो अपने साथ दो ट्रैक्टर बांध के लाए। साथ ही कुछ विशेष ट्रॉली भी नजर आयी जिन पर दो ट्रैक्टरों को लोड कर धरना स्थल पर लाया गया। इसके साथ ही किसानों ने जेसीबी और फसल काटने वाली कंबाइन मशीन भी जत्थे में शामिल की, ताकि जरूरत पड़ने पर किसानों को पुलिस से सुरक्षा घेरा मुहैया करवाया जा सके। ट्रैक्टर परेड के लिए किसानों की तैयारी काफी चाक-चौबंद नजर आई। किसान प्रतिनिधियों को पूरी उम्मीद है कि, सुरक्षाबलों या दिल्ली पुलिस से टकराहट की कोई स्थिति नहीं बनेगी और शांति पूर्वक आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर मार्च निकाला लिया जाएगा।