न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर से किसान आंदोलन (Kisan Andolan) की आग धधकने लगी है। जिसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-9 और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे की कई लेनों को बंद कर दिया गया है। मेरठ की ओर से दिल्ली आने वाला ट्रैफिक इससे बुरी तरह बाधित होता दिखा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों से आंदोलनकारी किसानों का जत्था लगातार गाज़ीपुर बॉर्डर की ओर बढ़ता दिख रहा है। इस बीच राकेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति (Bharatiya Kisan Union Lok Shakti) का भी समर्थन मिला।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने एहतियातन कई बड़े कदम उठाये। जिसकी तहत पुलिस के साथ-साथ कई पीएसी कंपनियों की तैनाती सीमाई इलाकों में कर दी गयी है। गाजीपुर की ओर बढ़ रहे किसानों को रोककर यूपी पुलिस उनका नाम और पता रजिस्टर में दर्ज कर उन्हें वापस घर भेज रही है। इस मुद्दे को लेकर किसानों और पुलिस अधिकारियों के बीच कहासुनी होती भी नज़र आयी। इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन और राघव चड्ढा (Satyendra Jain and Raghav Chadha) को गाजीपुर पहुँचने से दिल्ली पुलिस ने रोक दिया।
मौजूदा हालातों में राकेश टिकैत की भावुक अपील का जादुई असर किसानों पर होता दिख रहा है। जिसके चलते प्रदर्शन स्थल पर कई किसान वापसी करते दिखे। अभी तक राकेश टिकैत को कई राजनीतिक दलों और किसान यूनियनों का समर्थन हासिल हो चुका है। जिससे उनका हौसला काफी बढ़ा हुआ दिख रहा है। आंदोलन में फिर से वापसी करने वाले लोगों में ज्यादातर जाट समुदाय के किसान हैं। जो कि जातीय अस्मिता (Ethnic identity) को बचाने के लिए वापसी कर रहे है। इस बीच गाज़ीपुर पर फिर से सुरक्षा के इंतज़ाम चाक-चौबंद कर दिये गये।
दूसरी ओर मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत शुरू हो गई। जिसमें आगे की रणनीति बनाने पर गहन चर्चा की गयी। राजकीय इंटर कॉलेज में चल रही, इस किसान महापंचायत में बड़ी तादाद में किसानों शामिल हुए। भारी संख्या में किसानों का जमावड़ा 12 बजे से 1 बजे के बीच इकट्ठा होना शुरू हो गया। यहां पहुँचे किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर तिरंगा और भाकियू के झंड़े लगाये हुए थे। सूबे के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर (ADG Law & Order) के फरमान पर सुरक्षा व्यवस्था काफी बढ़ दी गयी। इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस के तौर पर ड्रोन कैमरे की तैनाती इलाके में कर दी गयी।
उत्तर प्रदेश पुलिस को अंदेशा है कि महापंचायत के बाद एकत्रित किसान एकाएक गाज़ीपुर की ओर कूच कर सकते है। जिससे हालतों के नाज़ुक बनने की संभावना है। इसी कारण बिजनौर जिले में धारा 144 लागू कर जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है। अगर कोई भी किसान दिल्ली गाज़ीपुर के लिए यहां से रवाना होता पाया गया तो उस कानूनी कार्रवाई करने का ऐलान कर दिया गया है। यूपी पुलिस मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मेरठ, मवाना, बिजनौर और मोदीनगर से दिल्ली की ओर जाने वाले सभी वाहनों पर बारीकी नज़र बनाये हुए है। संदिग्ध वाहनों की चेकिंग और पूछताछ की जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस की पूरी कोशिश है कि महापंचायत खत्म होने के बाद किसानों को वहीं से उनके घर वापस लौटा दिया जाये।