नई दिल्ली (शौर्य यादव): किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को चलते हुए तकरीबन 2 महीने से ऊपर हो चुके हैं। ऐसे में प्रदर्शनकारियों को कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिला। मौजूदा हालातों में किसान आंदोलन की गूंज भारतीय सीमाओं से परे ग्लोबल लेवल (global level) पर जाती हुई दिख रही है। हाल ही में 1 सेकंड के भीतर इस आंदोलन की गूंज 10 करोड़ से भी ज्यादा लोगों तक एक साथ पहुंचती हुई दिखाई दी। और पढ़ें – दिल्ली पुलिस ने Deep Sidhu के बारे में जानकारी देने वाले के लिए की 1 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा
अंतरराष्ट्रीय गायिका रिहाना (International singer Rihanna) ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर ट्विट कर लिखा कि, आखिर हम इस मसले पर बात क्यों नहीं कर रहे हैं?
रिहाना को ट्विटर पर 101 मिलियन लोग फॉलो करते है। ऐसे में उनके एक ट्विट से किसान आंदोलन की गूंज भी उन 101 मिलियन लोगों तक चंद सेकेंड के भीतर पहुंच गई है। रिहाना ने #FarmersProtest का इस्तेमाल करते हुए CNN की खब़र की रेफरेंस दिया। फ़िलहाल अब तक रिहाना के ट्विट पर 66.9 हज़ार रिएक्शन, 14 हज़ार से ज्यादा री-ट्वीट और 156.4 हज़ार से ज्यादा लाइक आ चुके है।
भारत में ट्विटर ट्रेंड में रिहाना ही ट्रेंड करता दिखा। इस मामले में मशहूर पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटाथेनबर्ग (Famous environmental activist Gratthenburg) ने ट्विट कर आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया। ग्रेटा ने लिखा कि हम आंदोलनकारी किसानों के साथ मजबूती से खड़े है। ग्रेटा थेनबर्ग को ट्विटर करीब 40 लाख 70 हज़ार लोग फॉलो करते है। और पढ़ें – दिल्ली पुलिस ने Deep Sidhu के बारे में जानकारी देने वाले के लिए की 1 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा
रिहाना के ट्विट पर कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने ट्विटकर लिखा कि- कोई भी इस मसले पर बात नहीं कर रहा है, क्योंकि आंदोलन पर बैठे लोग किसान नहीं बल्कि आंतकवादी है। जो देश को तोड़ना चाहते है ताकि चीन हमारे मुल्क पर कब़्जा कर सके। जैसे अमेरिकी सरज़मीं पर हो रहा है। बेवकूफ तुम चुपचाप बैठ जाओ। हम अपना देश तुम्हारी तरह बेचते नहीं है।
रिहाना और ग्रेटा थेनबर्ग के तर्ज पर ब्रिटिश सांसद तनमनजीत सिंह धेसी (British MP Tanmanjeet Singh Dhesi) ने ट्विट कर लिखा कि-पानी, बिजली और इंटरनेट को बाधित करने के बाद, स्थानीय लोगो और पुलिस द्वारा किसान आंदोलन में शामिल किसानों को डराने और हटाने करने की कोशिश की जा रही है। मैं इसे देखकर दंग हूँ। ये हिंसा निंदा से भी परे है, लेकिन अगर सत्ता में बैठे लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गलत तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, तो ये केवल उनके आंदोलन को और भी मजबूती देगा।
आपको बता दें कि केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। इस बीच, किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम का ऐलान किया है। किसान शनिवार 6 फरवरी को देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करेंगे। और पढ़ें – दिल्ली पुलिस ने Deep Sidhu के बारे में जानकारी देने वाले के लिए की 1 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा
किसानों के चक्का जाम के ऐलान के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है और किसानों को रोकने की तैयारी में जुट गई है। दिल्ली पुलिस ने Delhi से सटे Ghazipur Border और Tikari Border पर भारी बैरिकेड्स लगा दिए हैं साथ ही कंटीले तारों से भी रास्ता रोकने की कोशिश की गई है। कई लेयर के बैरिकेड्स और सीमेंटेड वाल्स लगाए गए हैं। गौरतलब है कि गाजीपुर बॉर्डर पर तो सड़कों पर बड़ी-बड़ी कीलें लगाई गई हैं