जाने उस मामले के बारे में, जिसमें ED ने की स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी

नई दिल्ली (शौर्य यादव): प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Delhi Health Minister Satyendar Jain) को अचानक से गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी ने जांच में पाया कि 2015-16 के दौरान सत्येंद्र जैन के मालिकाना हक़ और नियंत्रण वाली कंपनियों को मुखौटा कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये मिले।

ये ट्रांजेक्शन हवाला के जरिये कोलकाता (Kolkata) के एंट्री ऑपरेटरों को कैश ट्रांसफर के एवज में था। बीते अप्रैल महीने में ईडी ने कहा था कि उसने अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड, पर्यास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, स्वाति जैन, सुशीला जैन, और इंदु जैन से जुड़ी 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया।

संयोग से स्वाति जैन, सुशीला जैन और इंदु जैन के तालुक्कात दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से है। ईडी ने जिक्र किया कि इस रकम का इस्तेमाल जमीन की सीधी खरीद या दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में कृषि भूमि की खरीद के लिये किये गये लोन की अदायगी के लिये किया गया।

आप नेता के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) का मनी लॉन्ड्रिंग का ये मामला सीबीआई द्वारा अगस्त 2017 में उनके और अन्य लोगों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के लिये दर्ज प्राथमिकी से उपजा है। पिछले महीने ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) जांच के सिलसिले में सत्येंद्र जैन के परिवार और उनसे जुड़ी कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी।

सत्येंद्र जैन अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली, गृह, पीडब्ल्यूडी, उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और पानी मंत्री हैं। साल 2018 में ईडी ने मामले के सिलसिले में शकूर बस्ती (Shakur Basti) से आप विधायक से भी पूछताछ की थी। तब ईडी ने अपने बयान में कहा था कि उसने संपत्ति की कुर्की के लिये धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया है।

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