न्यूज डेस्क (यामिनी गजपति): हाल ही में फेसबुक (Facebook) के 533 मिलियन यूजर्स का निजी डेटा लीक हुआ। इन्हीं आंकड़ों के विश्लेषण से ये बात निकलकर आ रही है कि फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग खुद सिग्नल ऐप का इस्तेमाल करते हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक लीक हुए डेटा में करबर्ग का फोन नंबर, फेसबुक यूजर आईडी, निजी जानकारियां, शादी से जुड़ी जानकारियां और जन्म तिथि भी हैकर्स ने लीक की। जो कि अब इंटरनेट पर फ्री में एक्सेसबल है।
वेब सुरक्षा विशेषज्ञ डेव वॉकर के मुताबिक मामले की सिलसिलेवार कड़ियां जोड़कर सामने आ रहा है कि मार्क जुकरबर्ग अपनी निजता बनाये रखने के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन ऐप सिग्नल (End-to-end encryption app signal) का इस्तेमाल करते है। जिसका मालिकाना हक़ फेसबुक के पास नहीं है।
डेव वॉकर ने जुकरबर्ग के लीक हुए फोन नंबर के स्क्रीनशॉट हाल ही में सोशल मीडिया पर पोस्ट किये। जिनमें साफतौर पर देखा जा सकता है कि फेसबुक लीक से हुए अकाउंट पर उनका एक मोबाइल नंबर जुड़ा हुआ है। उस मोबाइल नंबर पर मार्क जुकरबर्ग सिग्नल का इस्तेमाल करते है। फोन नंबर चोरी होने के कुछ दिनों बाद ये खबर सामने आयी कि लगभग 533 मिलियन फेसबुक यूजर्स का पर्सनल डेटा मुफ्त में ऑनलाइन लीक हो गया है।
लीक हुआ डेटा 106 देशों के 533 मिलियन फेसबुक यूजर्स का है। जिनमें यूएस के 32 मिलियन से ज़्यादा नागरिकों की निजी जानकारियां शामिल है। इसके साथ ही यूके के 11 मिलियन और भारत के 6 मिलियन फेसबुक यूजर्स से जुड़ा डेटा मुफ्त में इंटरनेट पर उपलब्ध है। इन लीक हुए डेटा में यूजर्स का फोन नंबर, फेसबुक आईडी, पूरा नाम, स्थान, जन्मतिथि, और कुछ मामलों में कई व्यक्तियों के ईमेल पते भी खासतौर से शामिल हैं।
साइबर सुरक्षा फर्म हडसन रॉक (Cyber security firm Hudson Rock) के मुख्य तकनीकी अधिकारी एलोन गैल ने ट्वीट कर कहा, “सभी 533 मिलियन फेसबुक रिकॉर्ड मुफ्त में लीक हुए थे। इसका मतलब ये है कि अगर आपका फेसबुक अकाउंट है तो ये मुमकिन है कि अकाउंट के लिए इस्तेमाल किया गया फोन नंबर भी लीक हो गया हो। डेटा लीक की खबर की पुष्टि फेसबुक ने द रिकॉर्ड से की थी। फेसबुक के प्रवक्ता ने बीते शनिवार (3 अप्रैल 2021) को देर रात जारी रिपोर्ट में कहा कि ये पुराना डेटा है जो पहले 2019 में रिपोर्ट किया गया था। हमने अगस्त 2019 में इस मुद्दे को ट्रैक और फिक्स किया था।
ऐप एनालिटिक्स फर्म ऐप एनी द्वारा मुहैया कराये गये आंकड़ों के मुताबिक हाल ही में सिग्नल ऐप ने भारत में काफी तेजी से पांव पसारे हौ। पिछले साल की पहली तिमाही के दौरान सिग्नल ऐप को काफी तेजी से डाउनलोड किया गया। जिसके बाद इसके मंथली एक्टिव यूजर्स की तादाद में ज़बरदस्त इज़ाफा देखा गया। पूरी दुनिया में सिग्नल ऐप यूजर्स की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। ये ऐप गोपनीयता नीतियों पर ज़्यादा ध्यान देने की वज़ह से कम समय में ज़्यादा मशहूर हो गया। फेसबुक के मालिकाना हक़ वाले व्हाट्सएप की आगामी गोपनीयता नीतियों ने सिग्नल और टेलीग्राम ऐप को बढ़ाने में खासा मदद दी। ये नयी विवादास्पद शर्तें मई 2021 से लागू होंगी।