एंटरटेनमेंट डेस्क (मुंबई): महान अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का निधन हो गया। वह 98 वर्ष के थे। अभिनेता को पिछले सप्ताह उपनगरीय खार स्थित हिंदुजा अस्पताल (Hinduja Hospital) में भर्ती कराया गया था। दिलीप कुमार के पारिवारिक मित्र फैसल फारूकी ने अभिनेता के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर उनकी मृत्यु की खबर की पुष्टि की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि “भारी हृदय और गहरे दुख के साथ, मैं कुछ मिनट पहले अपने प्यारे दिलीप साब के निधन की घोषणा करता हूं। हम भगवान से हैं और हम उनकी ओर लौटते हैं।”
सोमवार को उनकी पत्नी सायरा बानो (Saira Banu) ने पुष्टि की थी कि वह ठीक हो रहे हैं और जल्द ही घर लौट सकते हैं। दिलीप कुमार के आधिकारिक हैंडल के माध्यम से सायरा बानो ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “हम दिलीप साहब पर भगवान की असीम दया के लिए आभारी हैं कि उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। हम अभी भी अस्पताल में हैं और आपकी दुआओं और दुआओं का अनुरोध करते हैं ताकि इंशाअल्लाह वह स्वस्थ हो और जल्द ही छुट्टी दे दी जाए। सायरा बानो खान।"
हिंदी सिनेमा के दिग्गज को सांस लेने में तकलीफ के बाद जून में हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालाँकि पांच दिन बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
कुमार का करियर "मुगल-ए-आजम" (Mughal-e-Azam), "देवदास" (Devdas), "नया दौर" (Naya Daur) और "राम और श्याम" (Ram Aur Shyam) जैसी हिट फिल्मों के साथ पांच दशकों में फैला है। उनकी आखिरी बड़ी स्क्रीन 1998 की फिल्म "किला" थी। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें 1994 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke award) और 2015 में पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) से सम्मानित किया गया था।
1997 में पाकिस्तान (Pakistan) सरकार ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज (Nishan-e-Imtiaz) से भी सम्मानित किया।