न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): रिपोर्टों के मुताबिक जीवन बीमा निगम (LIC) वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में अपनी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (Initial Public Offering-IPO) का ऐलान कर सकता है। ये आईपीओ देश में अब तक के सबसे बड़े आईपीओ में से एक बनने के लिए तैयार है और इससे एक बार में लगभग 80-90 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद जतायी जा रही है।
ये खब़र उस वक़्त सामने आयी जब केंद्र सरकार मार्च 2022 तक निजीकरण कार्यक्रम ( Privatization Program ) के तहत 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। कुल मिलाकर दस निवेश बैंक जैसे गोल्डमैन सैच्स, सिटीग्रुप आदि को इस आईपीओ की देखरेख के लिये सूचीबद्ध किया गया है। बेची जाने वाली हिस्सेदारी की सीमा अभी निर्धारित नहीं की गयी है। इस सीमा को तय करने के लिये एक पैनल का गठन किया गया है जो एलआईसी में अपनी हिस्सेदारी के 10 प्रतिशत से ज़्यादा नहीं होगा।
एलआईसी की योजना नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध होने की भी है। कंपनी द्वारा प्राइस बैंड (Price Band), ग्रे मार्केट प्रीमियम, सटीक इश्यू साइज और आईपीओ के अंकित मूल्य जैसे विवरण का खुलासा किया जाना अभी बाकी है।
एलआईसी ने हमेशा से ही कारोबार में मजबूत प्रदर्शन किया है और विकास की एक मिसाल कायम करते हुए बेहतरीन कमाई की है। ये वित्त वर्ष 2021 एक ऋण-मुक्त कंपनी (Debt Free Company) भी है। इन्हीं वज़हों से ये निवेशकों को अपनी ओर खींच में कामयाब दिख रही है खासतौर से उन निवेशकों को किसी ऐसी चीज में निवेश नहीं करना चाहता जो कि रिटर्न की गारंटी न दे।
गौरतलब है कि एलआईसी भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है और इसके पास 34 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा की संपत्ति है। सिंगापुर में सहायक कंपनियों के साथ, इसके बहरीन, केन्या, श्रीलंका, नेपाल, सऊदी अरब और बांग्लादेश में भी संयुक्त उद्यम (Joint Venture) हैं।