न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): वाराणसी की एक कोर्ट ने आज (5 जून 2023) गैंगस्टर-राजनेता मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को 30 साल पुराने कांग्रेस नेता के भाई अवधेश राय (Awadhesh Rai) की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। पूर्व विधायक अजय राय (Ajay Rai) के भाई अवधेश राय की 3 अगस्त 1991 को वाराणसी (Varanasi) में उनके लहुराबीर वाले घर के गेट पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, जिसके बाद मुख्तार अंसारी समेत अन्य के लोगों खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। सांसद-विधायक अदालत के विशेष न्यायाधीश अविनाश गौतम (Special Judge Avinash Gautam) ने मामले में अंसारी को उम्रकैद की सजा सुनाई।
अंसारी की सजा पर प्रतिक्रिया देते हुए अजय राय ने कहा कि, “ये हमारे कई सालों के इंतजार का अंत है। मैंने, मेरे माता-पिता, अवधेश की बेटी और पूरे परिवार ने इस दौरान हिम्मत बनाये रखी… सरकारें आईं और गईं और मुख्तार ने खुद को मजबूत किया। लेकिन हमने हार नहीं मानी। हमारे वकीलों की कोशिश के कारण आज अदालत ने मुख्तार को मेरे भाई की हत्या के मामले में दोषी पाया।”
बता दे कि 3 अगस्त 1991 की रात करीब 1 बजे कांग्रेस नेता अजय राय और उनके भाई वाराणसी में अपने घर के गेट पर खड़े थे, तभी अंसारी समेत कुछ हमलावर वहां एक कार में आये और अवधेश को गोली मार दी। अजय राय ने जवाबी कार्रवाई में अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से गोली चला दी, जिसके बाद हमलावर कार छोड़कर फरार हो गये। अवधेश को कबीरचौरा (Kabirchaura) के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मऊ सदर सीट (Mau Sadar Seat) से पांच बार के विधायक अंसारी ने 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) नहीं लड़ा और ये सीट उनके बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के टिकट पर जीती, जिसने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ गठबंधन किया था।