न्यूज डेस्क (समर घोष): आज रात पीएम मोदी राष्ट्र को संबोधित करेगें। ऐसे में ये कयास लगाये जा रहे है कि, देशभर में लॉकडाउन 4.0 की पुख़्ता संभावनायें है। लेकिन इस बार ये पहले की मुकाबले काफी ढ़ील के साथ लागू हो सकता है। केन्द्र सरकार पर राज्य सरकारों का खासा दबाव है, साथ ही इकनॉमी थमने से निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों का काम बुरी तरह ठप्प हुआ है। जिसकी वज़ह से केन्द्र सरकार सहित राज्यों सरकारों के राजस्व में भारी घाटा हुआ। निजी क्षेत्रों की आमदनी में भी भारी गिरावट दर्ज की गयी। जिस तरह से केन्द्र सरकार का रवैया दिख रहा है। उसे देखते हुए लगता है। अब देश में कारोबारी गतिविधियां (Business activities) और उत्पादन को खोला जायेगा लेकिन इन सबके साथ कड़े नियम कायदे भी लागू होगें।
आंशिक रूप से लॉकडाउन करने की झलक रेलवे दुबारा चालू करने और सप्लाई चैन को बहाल करने के साथ ही मिल गयी थी। दिल्ली मेट्रो रेलवे की मौजूदा कवायद, सरकारी दफ्तरों में 33 फीसदी कर्मियों का काम करना और कंस्ट्रक्शन के कामों को मंजूरी इसी कड़ी का हिस्सा है। कयास ये लगाये जा रहे है कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों को कुछ खास नियमों के साथ खोला जायेगा। जिसमें शिफ्ट टाइमिंग और वार्किंग स्टॉफ (Shift Timing and Working Staff) को बंदिशों के साथ काम करने की छूट दी जा सकती है। आईटी, बीपीओ (IT, BPO Sector) जैसे सैक्टर्स में काम करने वाली कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम करवाने की निर्देश भी दिये जा सकते है। क्योंकि इन कंपनियों के काम करने के तौर तरीकों में वर्क फ्रॉम होम की प्रक्रिया बेहतर ढंग से लागू होती है।
उम्मीद ये भी जतायी जा रही है कि, जिन क्षेत्रों को खोला जायेगा। उनके लिए केन्द्र सरकार की ओर से नये प्रोटोकॉल तैयार किये जायेगें। जिनका पालन करने की बाध्यता संस्थान पर होगी। ढ़ील के साथ लॉकडाउन खोलने की कवायद में कर्मियों को परिवहन सेवा मुहैया करवाने के लिए स्थानीय और अन्तर्राज्जीय परिवहन ऑप्रेशनल ड्राफ्ट (Interstate Transport Operational Draft) तैयार कर सकते है। भरसक इसका खुलासा खुद पीएम मोदी करें।