नई दिल्ली (अनुज गुप्ता): Lok Sabha Elections 2024: बेंगलुरु में दो दिवसीय विपक्ष के मंथन सत्र में सीट बंटवारा, एजेंडा और गठबंधन जैसे मुद्दों पर खुलकर विमर्श हुआ। इस बीच हर किसी के मन में बड़ा सवाल ये है कि भाजपा विरोधी मोर्चे की अगुवाई कौन करेगा, जिसकी मंजिल साल 2024 के लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ मोदी सरकार को गिराना है।
चल रही चर्चाओं से छनकर अटकलें सामने आ रही है कि जिन दो नामों की चर्चा चल रही है, वो हैं पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार (Nitish Kumar)। दोनों नाम अलग-अलग पार्टियों की ओर से सुझाये गये हैं और साथ ही इन नामों पर विपक्ष दलों को कोई आपत्ति नहीं है।
मौजूदा सूरत में कांग्रेस (Congress) सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते अपने कैडर से विपक्षी खेमे का नेता बनाना पसंद करेगी, सूत्रों का कहना है कि वो इस विचार पर फिलहाल अडिग नहीं है। हालांकि सोनिया गांधी को गठबंधन का अध्यक्ष बनाने के फैसले का स्वागत किया जायेगा, लेकिन पार्टी गठबंधन की ओर से लिये गये किसी भी साझा फैसले के साथ आगे बढ़ने को तैयार है। सोनिया गांधी पीएम उम्मीदवार के लिये ऐसा नाम नहीं है जो कि उन्हें पसंदीदा उम्मीदवार बनाता है।
दूसरी ओर कहा जा रहा है कि गठबंधन के कुछ सहयोगियों ने संयोजक पद के लिये नीतीश कुमार का नाम आगे बढ़ाया है। वो उन बड़े खिलाड़ियों में से एक हैं जो कि विपक्षी गठबंधन दलों को एक साथ एक मंच पर लेकर आये है, और साथ ही पिछले महीने पटना (Patna) में पहली मेगा बैठक की मेजबानी उन्होनें की। सूत्रों के हवाले से सामने आ रहा है कि कांग्रेस इस मामले पर विचार के लिये तैयार है कि विपक्षी खेमे की अगुवाई नीतीश कुमार करें।
पीएम उम्मीदवार पर विपक्षी गठबंधन साल 2024 के चुनाव को नेता बनाम मोदी के बजाय मोदी बनाम लोग बनाये रखना चाहते है और साथ जनहित के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते है।