न्यूज डेस्क (वृंदा प्रियदर्शिनी): एलपीजी सिलेंडर की कीमत (LPG cylinder rate) अगले महीने फिर से बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि खरीद की लागत से कम कीमत पर सिलेंडर बेचने के कारण तेल कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी कंपनियां सरकार की मंजूरी मिलने के बाद एलपीजी के दाम बढ़ा सकती हैं।
पेट्रोलियम कंपनियों (Petroleum Companies) के हवाले से सूत्रों ने खुलासा किया कि एलपीजी सिलेंडर की कीमत और खुदरा बिक्री मूल्य के बीच का अंतर बढ़कर 100 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया है लेकिन इस नुकसान की भरपाई के लिये सरकार ने अभी तक कोई सब्सिडी मंजूर नहीं की है।
हालांकि सिलिंडर के दामों में इज़ाफा केंद्र सरकार की मंजूरी पर निर्भर करता है। अगर सरकार अपनी मंजूरी देती है तो सभी श्रेणियों में रसोई गैस के दामों में ये पांचवीं बढ़ोत्तरी होगी। एलपीजी के दामों में पिछली बार 6 अक्टूबर को प्रति सिलेंडर 15 रुपये की बढ़ोतरी की गयी थी, जिससे जुलाई के बाद से दामों में कुल 90 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की बढ़ोत्तरी हो गयी।
सब्सिडी के अन्तर्गत केंद्र सरकार एक साल में एक परिवार को सिर्फ 12 सिलेंडर देती है। ये सिर्फ उन गरीब परिवारों को दिया जाता है जिन्हें उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है। फिलहाल दिल्ली और मुंबई में सब्सिडी पर मिलने वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 899.50 रुपये है जबकि कोलकाता में इसकी कीमत 926 रुपये है।
सामान्य परिवारों के लिये केंद्र सरकार ने पिछले साल समय-समय पर दामों बढ़ोतरी के जरिये खुदरा कीमतों को लागत के बराबर लाकर एलपीजी पर सब्सिडी खत्म कर दी थी। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एलपीजी के दाम भी बढ़ गये हैं। अक्टूबर में इसकी कीमत 60 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 800 अमेरिकी डॉलर (करीब 59,895 रुपये प्रति टन) हो गयी। वहीं ब्रेंट क्रूड ऑयल (Brent Crude Oil) भी 85.42 डॉलर (करीब 6,395 रुपये) प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।