न्यूज डेस्क (उन्नति वशिष्ठ): लखनऊ के इंदिरा नगर मोहल्ले में 26 साल की एक महिला करीब 10 दिन तक अपनी मां की सड़ती शव के साथ बैठी रही। लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में उसकी मां की मौत हो गयी, लेकिन उसने अपने किसी रिश्तेदार या दोस्त को इस बारे में नहीं बताया। पड़ोसियों ने घर से तेज बदबू आने की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद दरवाजा तोड़कर लाश बाहर निकाली गयी।
पुलिस ने बताया कि एचएएल (HAL) की सेवानिवृत्त इंजीनियर सुनीता दीक्षित (Sunita Dixit) की करीब 10 दिन पहले मौत हो गयी। मृतका की 26 वर्षीय बेटी अंकिता दीक्षित सुनीता के बगल के एक कमरे में रह रही थी। तीखी बदबू के बावजूद अंकिता ने अपने रिश्तेदारों या पड़ोसियों को अपनी मां की मौत के बारे में नहीं बताया। सुनीता दीक्षित घर में बेटी के साथ रहती थी। उन्होंने साल 1999 में अपने पति रजनीश दीक्षित से तलाक ले लिया था।
लखनऊ की अतिरिक्त डीसीपी प्राची सिंह (Lucknow Additional DCP Prachi Singh) ने मामले पर कहा कि दरवाजा तोड़ने पर उन्होंने एक कमरे से महिला की आवाज सुनी। उन्होंने उसे दरवाजे खोलने के लिये कहा लेकिन उसने मना कर दिया, जिसके बाद कमरे में घुसने के लिये पुलिस ने बढ़ई को बुलाया। महिला को बदहवास हालत में देख पुलिसकर्मी दंग रह गये। बाद में उस महिला की शिनाख़्त अंकिता के तौर पर की गयी। महिला पुलिस से ज्यादा बात नहीं कर पायी। लाश को देखने के लिये बगल के कमरें वाले दरवाज़े को तोड़ा गया।
पुलिस ने कहा कि अंकिता मानसिक रूप से बीमार लग रही थी। लाश को पोस्टमॉर्टम (Postmortem) के लिये भेज दिया गया है। फिलहाल सुनीता की मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।