Lunar Eclipse 2020: नंवबर 30 को होगा साल का आखिरी चन्द्रग्रहण, जानिये अहम बातें

न्यूज डेस्क (यथार्थ गोस्वामी): कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा यानि कि 30 नवंबर को इस साल का अन्तिम चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse) होगा। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार चंद्रग्रहण की अवधि 4 घंटे 22 मिनट की होगी। ग्रहण (राहु ग्रास) अपराह्न 13 बजकर 02 मिनट पर शुरू होगा। ग्रहण समाप्ति 17 बजकर 23 मिनट पर होगी। हालांकि इस दौरान उपच्छाया चंद्रग्रहण होने के कारण सूतक नहीं लगेगा। साथ ही उपच्छाया ग्रहण होने के कारण स्पष्ट ग्रहण नहीं देखा जा सकेगा बल्कि ग्रहण की महीन सी छाया चन्द्र पर जरूर दिखेगी। इस ग्रहण वृष राशि और रोहिणी नक्षत्र के ज्योतिषीय संयोग में लगने जा रहा है। ग्रहण को एशिया-प्रशांत (Asia Pacific), आस्ट्रेलिया, अमेरिका, और भारत में देखा जा सकेगा।

चन्द्रग्रहण का समय

30 नवंबर 2020

चन्द्रग्रहण छाया स्पर्श एवं राहु ग्रास प्रारम्भ- अपराह्न 01 बजकर 02 मिनट

चन्द्रग्रहण राहु परम ग्रास एवं ग्रहण मध्यावस्था- अपराह्न 03 बजकर 13 मिनट

चन्द्रग्रहण एवं उपछाया के प्रभाव की समाप्ति- गोधूलि बेला 05 बजकर 23 मिनट

चन्द्रग्रहण के दौरान किये जाने वाले उपाय

  • ग्रहण के दौरान कोशिश करे कि, घर में ही रहे खासतौर से गर्भवती महिलायें, नवजात, वयोवृद्ध और गंभीर व्याधिग्रस्त लोग (Severely afflicted persons). स्थापित परम्पराओं में माना जाता है कि ग्रहण एक प्रकार से चन्द्र को कष्ट है, इस दौरान यदि चन्द्र किरणों किसी व्यक्ति पर गिरती है तो चन्द्र का सारा कष्ट उस व्यक्ति के जीवन में आ सकता है।
  • ग्रहण से पहले सभी भोजन सामग्रियों में तुलसी के पत्ते अवश्य डाल दें या फिर ग्रहण से पहले ही भोजन कर लें। ग्रहण के बाद ही स्नान करके ही पुनीत, शुभ, मांगलिक कार्य या भोजन करें। ग्रहण के उपरान्त वृष राशि के जातक घर में धार्मिक अनुष्ठान, मंत्रोच्चारण या हवन आदि जरूर करवा लें। इससे ग्रहण के दौरान पैदा हुई नकारात्मक ऊर्जायें (Negative energies) समाप्त या संतुलित हो जायेगी।

  • गर्भवती महिलायें अपने आसन या सिरहाने के पास सरपत, कुश तुलसी दल रखे। इस दौरान अपने इष्ट देवता का मानस स्मरण करते रहे। ग्रहण के बाद घर में कपूर, लौंग का तेल और लोहबान का धुंआ शुद्धि करे। स्नानोंपरान्त गर्भवती महिलायें मधुराष्टक का पाठ करें।
  • चीटिंयो को आटा और मच्छलियों को आटे की गोलियां डाले। सरसों के तेल में अपनी छाया का दान कर, उसे वटवृक्ष को अर्पित कर दे। इससे आप पर असर करने वाली तामसिक शक्तियां प्रभावहीन हो जायेगी।

Photo Courtesy: Hinduism Today

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