धर्म डेस्क (उर्मिला): महाशिवरात्रि (Maha Shivaratri) का त्योहार पूरे भारत में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन भक्त शिव (Shiva) भगवान की पूजा पाठ करते हैं और अपनी भक्ति से शिवजी को प्रसन्न करते है।
बता दे, इस बार यह पर्व यानि महाशिवरात्रि हिंदी कैलेंडर के अनुसार, 11 मार्च को मनाई जाएगी। ऐसी माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं साथ ही अपने भक्तों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाते हैं। ये भी पढ़ें – महाशिवरात्रि पर जाने रूद्राक्ष का महत्व और किस तरह से करें शिव की उपासना
महादेव के भक्त इस पर्व पर अपने भगवान के लिए व्रत भी रखते हैं और मंत्रों का जाप करते हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर भोलेनाथ को बेलपत्र, दूध, फल और जल आदि जैसी चीजें अर्पित कर आशीर्वाद लेते हैं।
लेकिन कुछ ऐसी चीजें है जिसे भगवान शिव की पूजा करते समय शिवलिंग पर भूलकर भी न चढ़ाएं। जानिए क्या है ये चीज़े –
हल्दी
हल्दी को पवित्र का प्रतीक माना जाता है और इसका उपयोग कई शुभ अवसरों पर अच्छा भी होता है। लेकिन शिवजी की पूजा में हल्दी नहीं चढ़ाई जाती क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक होते है, इसी वजह से उन्हें हल्दी नहीं चढ़ाई जाती।
कुमकुम
वैसे तो कुमकुम या रोली को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है, लेकिन शास्त्रों के अनुसार, शिवजी को कुमकुम नहीं लगाई जाती। ये भी पढ़ें – महाशिवरात्रि पर जाने रूद्राक्ष का महत्व और किस तरह से करें शिव की उपासना
टूटा चावल
पूजा करते समय टूटे चावल को अपवित्र व अशुद्ध माने जाते हैं। इसलिए भक्तों को हमेशा साबुत चावल के दाने को ही शिवलिंग पर चढ़ाने चाहिए।
तुलसी
तुलसी के पत्तो को हिंदू धर्म में काफी महत्व दिया जाता हैं। लेकिन यह भी भगवान शिव को नहीं चढ़ाए जाते क्योंकि शिव पुराण में कथा के अनुसार, असुर राज जालंधर नाम का एक राक्षस, भगवान शिव के द्वारा मारा गया था। इस राक्षस को एक वरदान मिला था कि उसकी पत्नी की पवित्रता के कारण कोई भी व्यक्ति उसे पराजित नहीं कर सकता। लेकिन, जालंधर को मारने के लिए, भगवान विष्णु को उसकी पत्नी तुलसी की पवित्रता को तोड़ना पड़ा। अपने पति की मृत्यु से नाराज तुलसी ने भगवन शिव का बहिष्कार किया और इसी कारण तुलसी के पत्तो को शिवलिंग पर नहीं चढ़ाया जाता।
महादेव को प्रसन्न करने के लिए चढ़ाए ये चीजें
धतूरा
ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव धतूरे से काफी प्रसन्न होते हैं और इसलिए महाशिवरात्रि पर उनकी पूजा के दौरान धतूरा चढ़ाया जाता हैं। ये भी पढ़ें – महाशिवरात्रि पर जाने रूद्राक्ष का महत्व और किस तरह से करें शिव की उपासना
भांग
महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव को भांग का भोग भी लगाया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जब महादेव ने ‘समुद्र मंथन’ के दौरान जहर का सेवन किया था, तो उन्हें गर्मी का अहसास होने लगा। इस गर्मी को कम करने के लिए, उन्होंने भांग का सेवन किया था। इसीलिए उन्हें भांग भोग भी लगाया जाता है।
पीपल के पत्ते
महाशिवरात्रि के अवसर पर आप पीपल के पत्तों को भी शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं क्योंकि यह महादेव को काफी प्रिय होते है।
दूर्वा घास
पुराणों के अनुसार, दुर्वा को ‘अमृत’ भी कहा जाता है। मान्यता है कि जो लोग शिवलिंग पर दूर्वा घास चढ़ाते हैं, उनकी आयु लंबी हो जाती है। ये भी पढ़ें – महाशिवरात्रि पर जाने रूद्राक्ष का महत्व और किस तरह से करें शिव की उपासना
तो आप महाशिवरात्रि के पर्व पर इन सब चीजों को चढ़ा सकते है और शिवजी को प्रसन्न कर सकते है।