Marriage of Malala Yousafzai: मलाला यूसुफजई ने किया निकाह, जानें उनके शौहर के बारे में

न्यूज डेस्क (यामिनी गजपति): सभी को हैरत में डालते हुए 24 वर्षीय नोबेल शांति पुरस्कार विजेता पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) ने इंस्टाग्राम पर ऐलान किया कि उन्होनें असर मलिक के साथ निकाह (Marriage) कर लिया है। मलाला लंबे समय से उन्हें डेट कर रही थी। उन्होंने अपने निकाह की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी साझा कीं। निकाह की रस्में परिवार के सदस्यों के बीच उनके बर्मिंघम वाले घर पर पूरी हुई।

आम तौर पर लोग ये जानने के लिये काफी दिलचस्पी ले रहे है कि आखिर एसर मलिक (Asser Malik) कौन है? मलाला यूसुफजई ने अक्सर अपने इंटरव्यूह में कहा है कि वो शादी विश्वास नहीं करती थीं लेकिन असर मलिक से मिलने के बाद उनकी सोच बदल गयी। तस्वीरें बयां करती हैं कि ये कपल एक-दूसरे से कितना प्यार करता है।

https://twitter.com/Malala/status/1458128016157052938

जाने कौन है असर मलिक

जहां एक ओर मलाला मानवाधिकार कार्यकर्ता (Human Rights Activist) के तौर पर जानी जाती है, वहीं दूसरी ओर उनके पति असर मलिक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) के महाप्रबंधक रहे हैं। असर मलिक मई 2020 में पीसीबी में शामिल हुए। असर मलिक पीसीबी के साथ नौकरी करने से पहले शौकिया तौर पर एक क्रिकेट लीग से जुड़े हुए जिसमें उनके रैकिंग काफी हाई थी।  ईएसपीएन क्रिकइन्फो के मुताबिक एसर शौकिया लीग लास्ट मैन स्टैंड (league last man stand) में प्लेयर मैनेजमेंट एजेंसी के मैनेजिंग डायरेक्टर और फ्रैंचाइज़ी के मालिक थे।

पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) फ्रेंचाइजी मुल्तान सुल्तान्स के साथ उन्होनें बतौर ऑप्रेशनल मैनेजर काम किया और साथ ही खुद की प्लेयर मैनेजमेंट एजेंसी को भी चलाया। असर मलिक ने साल 2012 (2008-2012) के दौरान लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (LUMS) से इक्नॉमी और पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।

वो थिएटर से भी जुड़े रहे हैं। असर मलिक लंबे समय तक ड्रामालाइन के प्रेसिडेंट रहे जो कि थिएटर प्रोडक्शंस करने के लिये जाना जाता है। हालांकि ये साफ नहीं है कि असर मलिक और मलाला यूसुफजई एक-दूसरे को कब से जानते हैं, लेकिन ये जोड़ी जून 2019 से एक-दूसरे को जानती है। दोनों को एक साथ ब्रिटेन के बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम (Edgbaston Stadium) में पाकिस्तान के लिए चीयर करते हुए एक ग्रुप सेल्फी में देखा गया था।

दूसरी मलाला को अन्तर्राष्ट्रीय पहचान उस वक़्त मिली जब उन्होनें तालिबान के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए लड़कियों को स्कूल जाने के लिये प्रेरित किया। जब मलाला यूसुफजई 15 साल की थीं, तब तालिबानी आंतकी ने उन्हें सिर में गोली मार दी थी और इलाज के लिये मलाला को इंग्लैंड ले जाया गया था। तब से वो यूके में रह रही है। साल 2014 में मलाला ने 17 साल की उम्र में नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) जीता, इसी के साथ वो सबसे कम उम्र की नोबेल पुरस्कार विजेता बनीं।

साल 2020 में मलाला यूसुफजई ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (University of Oxford) से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री के साथ ग्रेजुएशन पूरा किया।

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