न्यूज डेस्क (देवांगना प्रजापति): स्कूल नौकरी घोटाले में ईडी की गिरफ्तारी का सामना कर रही मंत्री पार्थ चटर्जी के मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने आज (26 जुलाई 2022) भाजपा पर तीखा हमला किया और सवाल किया कि राज्य के मंत्री को एम्स भुवनेश्वर (AIIMS Bhubaneswar) क्यों ले जाया गया? उन्होनें कहा कि- “आपको उन्हें ऐसे अस्पताल में क्यों ले गये जो कि केंद्र सरकार के सम्पर्क में आता है? ईएसआई अस्पताल क्यों? कमांड अस्पताल क्यों? इरादा क्या है? क्या ये बंगाल के लोगों का अपमान नहीं है? आपको क्या लगता है केंद्र निर्दोष है और राज्य सभी चोर हैं? आप राज्यों की वजह से हैं”
ममता बनर्जी ने भाजपा को पश्चिम बंगाल में महाराष्ट्र वाली कोशिशें नहीं दोहरानी की चेतावनी दी। उनका ये बयान बंगाल भाजपा प्रमुख सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) के हालिया बयान के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़, झारखंड और बंगाल (Chhattisgarh, Jharkhand and Bengal) का अगला नंबर है। उन्होंने एकनाथ शिंदे और शिवसेना (Eknath Shinde and Shiv Sena) के 40 विधायकों की बगावत के बाद एमवीए सरकार (MVA Govt.) के गिरने के बाद ये बयान दिया था। बता दे कि शिंदे ने बाद में भाजपा के समर्थन से सरकार बनायी।
ममता बनर्जी ने भाजपा को खरी खोटी सुनाते हुए कहा- “महाराष्ट्र इस बार नहीं लड़ पाया है। वो (सुवेंदु अधिकारी) कहते हैं कि महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़, झारखंड और बंगाल का नंबर होगा। यहां आने की कोशिश ना करें। यहां आने के लिये आपको (भाजपा) बंगाल की खाड़ी को पार करनी होगी। मगरमच्छ आपको काटेंगे। और सुंदरबन (Sundarbans) में रॉयल बंगाल टाइगर (Royal Bengal Tiger) तुम्हें काटेगा। उत्तरी बंगाल में हाथी तुम्हारे पीछे पड़ेगें।”
बनर्जी का तीखा बयान उन रिपोर्टों के बाद सामने आया है जिनमें दावा किया गया था कि स्कूल नौकरी घोटाले में 22 और 23 जुलाई की दरम्यानी रात को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) द्वारा पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की गिरफ्तारी के बाद चटर्जी ने बनर्जी को तीन कॉल किये, लेकिन बाद में उन्होंने उनका जवाब नहीं दिया। इसे मुख्यमंत्री के अपने शीर्ष सहयोगियों में से एक मंत्री से दूरी बनाने की कोशिश के तौर पर देखा गया।
ईडी द्वारा कलकत्ता उच्च न्यायालय (Calcutta High Court) के समक्ष दायर गिरफ्तारी ज्ञापन (Arrest Memo) में दावा किया गया है कि टीएमसी (TMC) के मजबूत नेता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 22 और 23 जुलाई की दरम्यानी रात को उनकी गिरफ्तारी के बाद कम से कम तीन बार फोन किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। बताया जा रहा है कि जब पार्थ चटर्जी को हिरासत में लिया गया तो उन्हें कहा गया कि वो अपने करीबी मित्र/रिश्तेदार को अपनी गिरफ्तारी की जानकारी दे, जिसके चलते गिरफ्तारी के बाद रात 1:55 बजे, 2.33 बजे और 3.37 बजे ममता बनर्जी को फोन किया। हालाँकि उन्होनें उनके कॉल नहीं उठाये।
24 जुलाई को हाईकोर्ट ने ईडी को चटर्जी को एयर एंबुलेंस से एम्स भुवनेश्वर ले जाने का निर्देश दिया था। हालांकि, अस्पताल ने कहा कि चटर्जी को “इस समय अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है” और मेडिकल रिपोर्ट उच्च न्यायालय को भेज दी गयी।