न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): Manipur Crisis: इंफाल पश्चिम में रविवार और सोमवार (18-19 जून 2023) की दरमियानी रात हुई गोलीबारी में भारतीय सेना (Indian Army) का एक जवान घायल हो गया। सेना से मिले इनपुट के मुताबिक, ये वारदात तब हुई जब इम्फाल पश्चिम (Imphal West) में कांटो सबल के चिन्मांग गांव (Chinmang Village) में हथियारबंद दंगाईयों ने सेना के जवानों पर बेवज़ह गोलीबारी की। सेना के जवानों ने इलाके में गांव वालों की मौजूदगी को ध्यान रखते हुए बेहद सधी हुई जवाबी कार्रवाई का सहारा लिया, इसी दौरान सेना का एक जवान गोली लगने से घायल हो गया, जिसे लीमाखोंग (Limakhong) के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिलहाल उसकी हालत स्थिर बतायी जा रही है।
उपद्रवियों ने चिन्मांग गांव में तीन घरों में आग लगा दी, जिसे बाद में सेना ने आग बुझायी। दो घंटे की शांति के बाद कांटो सबल (Kanto Sabal) के मैतेई गांव से तड़के दो बजकर 35 मिनट पर फिर से बेवज़ह गोलीबारी शुरू हुई और तड़के तीन बजे तक जारी रही।
बता दे कि मेइती समुदाय की ओर से अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में 3 मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ निकाले के बाद पहली बार मणिपुर में झड़पें हुईं। मणिपुर में करीब एक महीने पहले भड़की मैतेई और कुकी समुदाय के लोगों के बीच जातीय हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गयी। अफवाहों को फैलने से रोकने के लिये 11 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
राज्य में मेइती मणिपुर की आबादी का लगभग 53 फीसदी हैं, जबकि आदिवासी नागा और कुकी आबादी का कुल 40 प्रतिशत हिस्सा हैं। गौरतलब है कि पूर्व इंफाल घाटी में ज्यादातर मैतेई रहते हैं, और कूकी समुदाय के लोग पहाड़ी जिलों में रहते हैं।
बता दे कि पिछले दो दिनों में मणिपुर से कम से कम 196 लोग मिजोरम भाग गये, जिससे सूबे में आश्रयों में रहने वाले विस्थापितों की कुल तादाद बढ़कर 11,699 हो गयी। मिजोरम गृह विभाग के बयान के मुताबिक बीते रविवार (18 जून 2023) तक कोलासिब जिले (Kolasib District) में 4,250 विस्थापित लोग हैं, जबकि 3,825 लोगों ने आइजोल में और 2,845 ने सैतुअल में शरण ली है। बाकी के 779 लोगों ने आठ जिलों- चम्फाई, लुंगलेई, ममित, हनथियाल, सेरछिप, सियाहा, ख्वाजावल और लौंगतलाई (Khwajawal and Longtalai) में शरण ली है।