न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): Manipur Unrest: मणिपुर के कांगपोकपी जिले (Kangpokpi District) के ऐगिजंग गांव (Aigijang Village) में मंगलवार (13-14 जून 2023) देर रात फायरिंग और आगजनी की घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गयी। पिछले कुछ हफ्तों में राज्य में हिंसा की लगातार घटनाओं में इस वारदात में एक साथ 9 लोग मारे गये।
इंफाल ईस्ट (Imphal East) के पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, वारदात मंगलवार रात करीब साढ़े दस बजे की है, ऐगिजंग कांगपोकपी राजस्व जिले के अंतर्गत आता है, ये इंफाल पूर्व के अधिकार क्षेत्र में आता है, जो कि इन दो जिलों की सीमा पर स्थित है। ऐगिजंग कूकी गांव है, जो नौ लाशें बरामद की गयी है वो मेइती पुरुषों की थी जो कि गांव के निवासी नहीं थे। पुलिस के अनुसार मारे गये 9 लोग स्थानीय स्वयंसेवक थे।
सोमवार (12 जून 2023) से इस सीमाई इलाके में गोलीबारी और हिंसा के साथ मेइती बहुल हिस्सों का बचाव करने के लिये आस-पास के कई इलाकों में मेइती पुरुषों की भारी आमद देखी गयी थी।
हालिया घटना के बाद इंफाल पूर्वी जिला प्रशासन ने जिले में कर्फ्यू में छूट की अवधि को घटाकर सुबह के शुरुआती घंटों में सिर्फ चार घंटे कर दिया। जबकि कर्फ्यू में छूट की अवधि सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक थी, जिसे अब घटाकर सुबह 5 बजे से सुबह 9 बजे कर दिया गया है।
मणिपुर में पहली बार हिंसा तब भड़की जब 3 मई को पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किया गया था, जिसमें मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (ST) के दर्जे की मांग का विरोध किया गया था।
इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यपाल की अध्यक्षता में एक शांति समिति का ऐलान किया, जिसमें जातीय हिंसा में शामिल मेइतेई और कुकी समुदायों (Meitei and Kuki communities) के 51 सदस्य शामिल थे। हालाँकि दोनों समुदायों ने राज्य नेतृत्व में विश्वास की कमी ज़ाहिर की है और खुद को शांति पैनल से दूर कर लिया।