न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Manipur Unrest: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह (Chief Minister N. Biren Singh) ने ऐलान किया कि स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की कक्षायें आज (5 जुलाई 2023) से फिर से खोली जायेंगी। मीडिया से बात करते हुए सीएम एन.बीरेन सिंह ने कहा कि-“हमने सूबे के दंगारहित इलाकों में सुरक्षा बलों और अर्धसैनिक बलों को तैनात करने का फैसला किया है। पांच खास जिलों में ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को तैनाती रहेगी। हमने फैसला किया है, आज से कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल फिर से खोलें जाये।”
बता दे कि सूबे में बेहद अशांत हालातों की वज़ह से स्कूल मई के पहले हफ्ते से ही बंद चल रहे हैं। आदिवासी कुकी समुदाय (Aboriginal Kuki Community) की ओर से बहुसंख्यक मैतेई समुदाय (Meitei Community) को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के प्रस्ताव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के शुरू के बाद 3 मई को चुराचांदपुर में जातीय हिंसा (Caste violence in Churachandpur) एकाएक भड़क उठी। जिसके बाद दंगों में अब तक कम से कम 118 लोग मारे गये हैं और लगभग 40,000 लोग विस्थापित हुए हैं। साथ ही हजारों लोग राहत शिविरों में गुजर बसर कर रहे हैं।
राज्य में इंटरनेट सेवायें पर अभी भी रोक लगी हुई हैं और कुछ इलाकों में कर्फ्यू लागू है। गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने राज्य का दौरा किया और शांति बहाली के लिये कई उपायों की ऐलान किया था। मामले को लेकर मणिपुर के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहाड़ी और घाटी दोनों इलाकों में अवैध रूप से बनाये गये सभी बंकरों को हटा दिया जायेगा, जिससे राज्य में हालातों पर बेहतर नियंत्रण के लिये पहाड़ियों की चोटियों पर सुरक्षा बलों के लिये चौकियां बनायी जायेगी।
मानसून के आगमन के बारे में मणिपुर के सीएम ने कहा कि, “खेती किसानी के कामों को समय पर शुरू करने की जरूरत है, मणिपुर राइफल्स (Manipur Rifles) और आईआरबी (IRB-Indian Reserve Battalion) समेत लगभग 2000 सुरक्षा कर्मियों को पहाड़ी इलाकों से सटी जगहों पर अतिरिक्त तैनाती के लिये लामबंद किया गया है, जहां खेती किसानी के काम किये जा रहे हैं। तैनात सुरक्षाकर्मी हथियारबंद दंगाइयों से दोनों समुदायों के किसानों के साथ होने वाली गड़बड़ी की हिफाज़त करेंगे और उन्हें रोकेंगे।”
सीएम एन. बिरेन सिंह ने दोहराया कि पहले भी इन जगहों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की गयी थी। मुस्तैदी और तैनाती वाली पहले की रणनीति को फिर से राज्य में लागू किया जायेगा। पहाड़ी और घाटी दोनों इलाकों में अवैध रूप से बनाये गये सभी बंकरों को हटा दिया जायेगा और मौजूदा हालातों पर बेहतर नियंत्रण के लिये अर्धसैनिक बलों के साथ सेना को पहाड़ी की चोटी पर तैनात किया जायेगा। साथ ही आसपास के इलाकों में ड्रोन सर्वेक्षण भी किया जायेगा। ये कहते हुए कि पहाड़ी और घाटी दोनों इलाकों में जैसे-जैसे कानून-व्यवस्था के हालातों में सुधार हो रहा है, अवैध हथियार रखने वाले लोगों की पूरा जानकारी जुटायी जायेगी, उन्होंने बताया कि बड़े पैमाने पर तलाशी शुरू किया जायेगा। उन्होंने जनता से कानूनी कार्रवाई करने से पहले छीने गये हथियार और गोला-बारूद वापस करने की भी अपील की।