मनीष सिसोदिया का दावा, BJP ने दिया था ऑफर, कहा था कि हटा लेगें ED और CBI

न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): आबकारी नीति “भ्रष्टाचार” मामले में गहमागहमी का सामना करते हुए, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने आज आरोप लगाया कि उन्हें भाजपा (BJP) द्वारा पेशकश की गयी है कि अगर वो आम आदमी पार्टी से बगावत करके भाजपा में शामिल होते हैं तो उनके खिलाफ सभी सीबीआई और ईडी (CBI and ED) मामले बंद कर दिये जायेगें।

मामले पर उन्होंने ट्विट कर लिखा कि, ‘मुझे बीजेपी की ओर से संदेश मिला है कि आप को तोड़ो और बीजेपी में शामिल हो जाओ, सीबीआई और ईडी के सभी मामले बंद कर दिये जायेगें। बीजेपी को मेरा जवाब- मैं राजपूत हूं, महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) का वंशज हूं। मैं अपना सिर काट लूंगा लेकिन भ्रष्ट-षड्यंत्रकारियों के सामने नहीं झुकूंगा। मेरे ऊपर लगे सारे मामले झूठे हैं। आप जो करना चाहते हैं वो करें”

सिसोदिया दिल्ली आबकारी नीति (Delhi Excise Policy) को लागू करने में कथित अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में नामजद 15 लोग और कुछ कारोबारी संस्थान में शामिल हैं।

सिसोदिया ने बीते रविवार (21 अगस्त 2022) को दावा किया कि सीबीआई ने उनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (Look Out Circular) जारी किया था, लेकिन एजेंसी के अधिकारियों ने इससे इनकार किया और कहा कि एलओसी सिर्फ प्राथमिकी में नामजद आठ “निजी” लोगों के खिलाफ था। बाद में खबर आयी कि सीबीआई ने आठ लोगों के खिलाफ एलओसी जारी की, जिसमें सिसोदिया शामिल नहीं थे।

अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने प्राथमिकी में नामजद आठ निजी लोगों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया, एजेंसी को अब तक लोक सेवकों (Public Servants) के खिलाफ एलओसी की जरूरत महसूस नहीं हुई क्योंकि वो सरकार को जानकारी दिये बगैर देश नहीं छोड़ सकते।

हाल ही में एक इंटरव्यूह में सिसोदिया ने कहा कि केंद्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Center Chief Minister Arvind Kejriwal) को रोकने की लगातार कोशिश कर रही है, सिसोदिया दिल्ली आबकारी नीति के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में नामित 15 लोगों और संस्थाओं में शामिल हैं।

पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में, सिसोदिया ने कहा कि केंद्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रोकने की कोशिश कर रहा है, जो अपने कैबिनेट सहयोगियों के बाद सीबीआई भेजकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के राष्ट्रीय विकल्प के रूप में उभरे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने केजरीवाल बड़ा सियासी चेहरा बनकर उभर रहे है, उनका राष्ट्रीय विकल्प बनना मोदी जी को भा नहीं रहा है। इसलिये हमारे पीछे सीबीआई और ईडी को लगाया जा रहा है।

आप नेता ने कहा कि वो किसी भी जांच से डरते नहीं हैं और कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा लगाये जा रहे घोटालों के आरोप और कुछ नहीं बल्कि “शिगूफा” (झूठ) हैं।

दिल्ली सरकार की आबकारी नीति 2021-22 में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में बीते शुक्रवार (19 अगस्त 2022) को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने सिसोदिया के घर समेत 31 ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद भाजपा और आप एक-दूसरे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस और ट्वीट कर आरोपों झड़ी लगा रहे हैं।

सीबीआई के छापे शुक्रवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Lieutenant Governor Vinay Kumar Saxena) द्वारा पिछले महीने आबकारी नियमों के कथित उल्लंघन और पिछले साल 17 नवंबर को लागू नयी आबकारी नीति को लागू करने में हुई चूक के सामने आये। एलजी सक्सेना द्वारा जांच की सिफारिश करने के बाद दिल्ली सरकार ने जुलाई में नीति वापस ले ली थी।

सीबीआई ने शनिवार (20 अगस्त 2022) को आरोपियों से पूछताछ शुरू की और एफआईआर में नामजद तीन लोगों के बयान दर्ज किये। छापेमारी के दौरान जब्त किये गये दस्तावेजों और अन्य सबूतों की जांच के बाद कई लोगों से पूछताछ की गयी।

बता दे कि जांच एजेंसी सीबीआई ने एफआईआर में कुल नौ लोगों को आरोपी बनाया है, जिनमें व्यवसायी विजय नायर, मनोरंजन और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ शामिल हैं; पर्नोड रिकार्ड के पूर्व कर्मचारी मनोज राय; ब्रिंडको स्पिरिट्स के मालिक अमनदीप ढाल; इंडोस्पिरिट (Indospirit) के एमडी समीर महेंद्रू और हैदराबाद के अरुण रामचंद्र पिल्लई खासतौर से शामिल है।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More