बिजनेस डेस्क (राजकुमार): बीते तीन कारोबारी दिन की लगातार बढ़त के साथ आज (11 जुलाई 2022) शुरुआती कारोबार में भारतीय शेयर बाज़ार (Indian stock market) के सूचकांकों में गिरावट देखी गयी। सुबह 9.30 बजे सेंसेक्स (Sensex) 0.53 फीसदी की गिरावट के साथ 288.69 अंकों का नुकसान झेलते हुए 54,193.15 अंक पर कारोबार कर रहा था, जबकि आखिरी कारोबारी दिन (8 जुलाई 2022) ये 0.48 फीसदी की गिरावट के साथ 78.65 अंकों के नुकसान पर 16,141.95 अंक पर कारोबार कर रहा था।
खब़र लिखे जाने तक सेसेंक्स में गिरावट की ओर ही बढ़ता दिखा। 0.39 फीसदी के दर से 210.28 अकों को नुकसान झेलते हुए सेसेंक्स 54271.56 अंकों पर दिखा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) डेटा के मुताबिक शुरूआती पचास कंपनियों में से टॉप पांच भारती एयरटेल, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और विप्रो (HCL Technologies, and Wipro) निफ्टी के शेयर औधें मुंह गिरते दिखे जबकि एनटीपीसी, एमएंडएम, ओएनजीसी, आयशर मोटर्स और टाटा कंज्यूमर (Eicher Motors and Tata Consumer) टॉप गेनर की फेहरिस्त में शुमार दिखे।
इस दौरान टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एवेन्यू सुपरमार्ट्स (Tata Consultancy Services and Avenue Supermarts) में कुछ खास कारोबारी गतिविधियां देखी गयी। जिन्होंने बीते शुक्रवार को कामकाज़ी के घंटों के बाद इस साल की पहली तिमाही के नतीज़े जारी किये। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के रेवन्यू में 16 फीसदी का सीधा इज़ाफा देखा गया।
सुबह 9.27 बजे टीसीएस शुक्रवार को हुए कारोबार मुकाबले 4.4 फीसदी की गिरावट के साथ 3,121 रूपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रही थी। बता दे कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में नौकरी छोड़ने की दर पिछले बारह महीनों में 19.7 प्रतिशत थी।
फिलहाल कारोबार के ताजा संकेतों के लिये निवेशकों को जून महीने के मुद्रास्फीति (Inflation) के आंकड़ों का इंतजार करना होगा, जो इस कारोबारी हफ़्ते के आखिर में होने वाला है। खासतौर से धातु, गेहूं और खाद्य तेल की कीमतों में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। ये मंहगाई के बेहतरीन ढंग से मैनेज करने की ओर इशारा करती है। इसका मतलब है कि आरबीआई (RBI) देश में घरेलू इक्विटी बाजार (Domestic Equity Market) को लचीला बनाये रखने के लिये ब्याज दरों पर बढ़ोतरी की रफ्तार को और धीमा कर सकती है।
फिलहाल खरीद और बिकवाली पैटर्न जून में लगातार बिकवाली से लेकर जुलाई में गिरावट पर शिफ्ट होता दिख रहा है। इस महीने में गिरावट पर खरीदारी और निवेश रणनीति में साफ बदलाव देखा गया। इससे पूंजीगत सामान, ऑटो और उच्च गुणवत्ता वाले फाइनेंशियल सेगमेंट (Auto and High Quality Financial Segment) को मजबूती मिलने का आसार है।